कीव, 31 अक्टूबर . यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पुष्टि की है कि उन्होंने अमेरिका से लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलों की मांग की है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बुधवार को हाल ही में मीडिया रिपोर्टों पर टिप्पणी करते हुए एक बयान में कहा कि यूक्रेन और व्हाइट हाउस के बीच टॉमहॉक मिसाइलों के अनुरोध की जानकारी गोपनीय रखी गई थी.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने अपनी विक्टरी योजना के तहत लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग की है. वह इन मिसाइलों का इस्तेमाल तभी करेगा, जब रूस संघर्ष को लगातार बढ़ा रहा हो.
उन्होंने आगे कहा, “यह मिसाइलें सिर्फ अपनी रक्षा के लिए हैं.”
इस सप्ताह की शुरुआत में पश्चिमी मीडिया ने बताया था कि जेलेंस्की ने अपनी विक्टरी योजना में परमाणु पैकेज के हिस्से के रूप में अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइलों की मांग की थी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टॉमहॉक मिसाइलों की मारक क्षमता लगभग 2,400 किलोमीटर है, जो यूक्रेन के पास मौजूद वर्तमान मिसाइलों की तुलना में बहुत अधिक है.
इससे पहले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उत्तर कोरिया-रूस सैन्य सहयोग की कड़ी निंदा की थी.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा था कि दक्षिण कोरिया, प्योंगयांग और मॉस्को के बीच गहराते सैन्य संबंधों को नजरअंदाज नहीं करेगा. उन्होंने बढ़ते सुरक्षा खतरों के जवाब में ‘चरणबद्ध कदम’ उठाने की कसम खाई.
वहीं, जेलेंस्की ने दक्षिण कोरिया के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया, जिसमें कीव में एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय भी शामिल है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन आगे के समन्वय के लिए जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया भेजेगा.
बता दें सोल और वाशिंगटन यह दावा करते रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने अपने सैनिक रूस में भेजे हैं.
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के चीफ ने सोमवार को पुष्टि की कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस के पश्चिमी सीमावर्ती कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किया गया है.
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एफएम/एबीएम