बेंगलुरु, 30 अक्टूबर . हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कई आरोप लगाए थे, जिनमें ईवीएम में गड़बड़ी और बूथों पर मतदाताओं को वोट न डालने देने की शिकायतें शामिल थीं. अब, चुनाव आयोग ने 1600 पन्नों में कांग्रेस के इन सभी आरोपों का जवाब दिया है. आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस प्रकार के आधारहीन आरोपों से अराजकता फैलने का खतरा है. इस पर भाजपा नेता लहर सिंह सिरोया ने कांग्रेस पार्टी के इस कदम की लानत-मलामत की है.
उन्होंने से बात करते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी जो कि सबसे पुरानी पार्टी है. वह मूर्खता की पराकाष्ठा पार कर रही है. कांग्रेस पार्टी झूठे आरोप लगा रही है. मैं कांग्रेस और सभी से एक बात कहना चाहूंगा कि हमारी सरकार आने के बाद पश्चिम बंगाल में हम चार चुनाव हार गए. तो ये किस तरह के आरोप लगा रहे हैं? कि हम ईवीएम का कोई भी प्रबंधन कर सकते हैं. जम्मू-कश्मीर में जो कुछ भी हुआ, उसके लिए कांग्रेस को अपने अंदर झांकना चाहिए. ये झूठे आरोप लगाकर कांग्रेस और गिरती जा रही है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आईने पर दोष लगाने की बजाय अपने चेहरे को देखना चाहिए और उसे सुधारना चाहिए.”
इसके बाद उन्होंने कर्नाटक के मुडा घोटाला मामले में कहा, “मुडा वाले मामले में बहुत लम्बा भ्रष्टाचार हुआ है और वो सिद्दारमैय्या के चौदह भूखंडों तक ही सीमित नहीं है. मेरा जैसे पहले भी आग्रह रहा है, मैं एक बार और आग्रह करना चाहता हूं सरकार से कि इस समय स्वयं मुख्यमंत्री जी इस्तीफा देकर एक निष्पक्ष जांच का सामना करें. यह राज्य के लिए भी अच्छा है और कांग्रेस के लिए भी अच्छा है. ऐसा मेरा मानना है अभी कितना यह कर पाएंगे मुझे नहीं पता. यह बहुत ही स्पष्ट है कि जो मुझे पहले से ही अंदेशा था, इसमें लंबा भ्रष्टाचार हुआ है. यह अब साबित होता जा रहा है.”
उन्होंने आगे कहा, “उनके अपने साले, उनकी पत्नी और सिद्दारमैया खुद इसमें शामिल पाए गए हैं. जिस तरह से डिप्टी कमिश्नर ने इसमें जांच की और उस जमीन का निरीक्षण किया जो थी ही नहीं. इन सब बातों से साफ है कि मुख्यमंत्री का परिवार इसमें शामिल है और इसलिए उन्होंने प्लॉट वापस किए हैं, मुझे लगता है कि यह मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है और उन्हें इसका सामना करना चाहिए.”
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