खार्तूम, 30 अक्टूबर . ‘इंटरनेशनल माइग्रेशन ऑर्गेनाइजेशन’ (आईओएम) के अनुसार सूडान में चल रहे संघर्ष के कारण अब तक 14 मिलियन से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, आईओएम के महानिदेशक एमी पोप ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘सूडान में (आंतरिक) विस्थापन की संख्या 11 मिलियन तक पहुंच गई है. वहीं, सितंबर से अब तक यह 2,00,000 तक पहुंच गई है.’
उन्होंने कहा, “संघर्ष के बीच 3.1 मिलियन लोग सीमा पार कर गए हैं और कुल मिलाकर, सूडान की लगभग 30 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई है.”
पोप ने सूडान की स्थिति को विनाशकारी बताते हुए कहा कि लोगों का संघर्ष दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है और लगभग 25 मिलियन लोगों को अभी सहायता की आवश्यकता है.
आईओएम प्रमुख ने इस विस्थापन से पैदा होने वाले संकट पर प्रकाश डाला. उन्होंने “सूडान में बंदूकों को शांत करने” का आह्वान किया.
बता दें कि अप्रैल 2023 के मध्य से सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच एक घातक संघर्ष में सूडान तबाह हो गया है. सशस्त्र संघर्ष और घटना डेटा परियोजना द्वारा 14 अक्टूबर को जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार घातक संघर्ष परिणाम के बाद 24, 850 से अधिक मौत हुई हैं.
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सूडान में जारी संघर्ष को खत्म करने की अपील की थी.
गुटेरेस ने सोमवार को सूडान की स्थिति पर सुरक्षा परिषद को जानकारी देते हुए कहा था कि “सूडानी सशस्त्र बलों तथा रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच चल रही लड़ाई को 18 महीने बीत चुके हैं. यह परेशानी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है और अब लगभग 25 मिलियन लोगों को मदद की जरूरत है.”
उन्होंने कहा था सूडान के लोग हिंसा के एक बुरे दौर से गुजर रहे हैं, जिसमें हजारों नागरिकों की मौत हो गई है. साथ ही कइयों को बलात्कार और यौन उत्पीड़न जैसी असहनीय पीड़ा से गुजरना पड़ा है.
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एससीएच/केआर