जम्मू, 29 अक्टूबर . जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले में मंगलवार को एक सड़क दुर्घटना में नर्सिंग कॉलेज की कम से कम 26 छात्राएं घायल हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को ले जा रही एक बस जिले के मैगजोटे इलाके में चालक के नियंत्रण से बाहर हो गई.
पुलिस ने बताया, “बस चालक के नियंत्रण खोने के बाद बस पलट गई, जिसमें 26 नर्सिंग छात्र घायल हो गए. सभी घायलों को उधमपुर शहर के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में से दो को गंभीर चोटें आई हैं. सभी घायल छात्र कश्मीर घाटी के हैं.”
गंदेरबल जिले के कंगन तहसील में एक अन्य दुर्घटना में एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें तीन लोग घायल हो गए, इसमें से एक की हालत गंभीर है.
सभी घायलों को कंगन के उप-जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में से एक की हालत गंभीर है.
केंद्र शासित प्रदेश में राजमार्गों और अन्य सड़कों पर दुर्घटनाओं का मुख्य कारण तेज गति, अधिक सामान लादना और लापरवाही से वाहन चलाना है.
जम्मू-कश्मीर में युवाओं के सड़क दुर्घटनाओं में शिकार होने का मुख्य कारण तेज गति और लापरवाही से दोपहिया वाहन चलाना है.
अक्सर मोटरसाइकिल चलाने वाले युवा सड़कों पर स्टंट करते या मोटरसाइकिल की सामान्य गति सीमा से अधिक तेज गति से गाड़ी चलाते देखे जाते हैं.
एक वरिष्ठ यातायात पुलिस अधिकारी ने कहा, “ऐसे युवा हादसे का शिकार होते हैं और कई बार इनकी मौत भी हो जाती है, क्योंकि वे दुर्घटना के समय हेलमेट पहनना और अन्य अनिवार्य यातायात नियमों को अनदेखा कर देते हैं. माता-पिता आमतौर पर अपने बच्चों द्वारा लापरवाही से वाहन चलाने के मामले में बहुत ही उदार और लापरवाह होते हैं. इससे युवाओं में एक खराब प्रवृत्ति विकसित होती है, जिसमें वे सड़कों पर कारों, ट्रकों, बसों और बाइकों से आगे निकलने की होड़ में लगे रहते हैं, वह गाड़ियों की ओवरटेकिंग करने से बाज नहीं आते हैं.”
यातायात विभाग लापरवाही से वाहन चलाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई कर रहा है.
अधिकारियों ने यूटी में पेट्रोल पंपों को सलाह दी है कि अगर मोटरसाइकिल चालक हेलमेट नहीं पहने दिखे तो उन्हें पेट्रोल न दिया जाए.
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एकेएस/जीकेटी