हजारीबाग में हिंदुत्ववादी संगठन से जुड़े कारोबारी की गोली मारकर हत्या, फूटा शहर के लोगों का गुस्सा

हजारीबाग, 29 अक्टूबर . झारखंड के हजारीबाग शहर के खिरगांव इलाके में अपराधियों ने मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे कारोबारी और हिंदुत्ववादी संगठन से जुड़े मंजीत यादव पर गोलियों की बौछार कर दी. बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस हत्याकांड को लेकर शहर के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. सैकड़ों लोगों ने हजारीबाग डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक पर रांची पटना रोड को जाम कर दिया है और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं. हालात को नियंत्रित करने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई है.

बताया गया कि मंजीत यादव शहर के बड़ा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत खिरगांव में अपने घर के पास खड़े थे. तभी बाइक पर सवार होकर अपराधियों ने माउजर और रिवाल्वर से उन्हें कम से कम चार गोलियां मारी. वह घर के दरवाजे पर गिर पड़े. गोलियों की आवाज सुनकर उनके घर और आस-पास के लोग बाहर निकले, लेकिन अपराधी बाइक पर आराम से फरार हो गए.

बताया जा रहा है कि अपराधियों की संख्या तीन थी और वह एक ही बाइक पर सवार थे. घायल मंजीत यादव को तत्काल शहर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान अपराह्न करीब बारह बजे उन्होंने दम तोड़ दिया.

उन्हें गोली मारे जाने की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैली और देखते-देखते बड़ी संख्या में लोग हॉस्पिटल के पास इकट्ठा होकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. उनकी मौत की जानकारी मिलते ही भीड़ और उत्तेजित हो उठी. इसके बाद लोगों ने डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक जाम कर दिया है. रांची-पटना रोड पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है.

मंजीत यादव हजारीबाग में बेहद बड़े पैमाने पर मनाए जाने वाले रामनवमी महोत्सव का आयोजन करने वाली महासमिति के अध्यक्ष रह चुके थे. वह और उनकी पत्नी सुनीता देवी, दोनों एक-एक बार हजारीबाग नगर निगम के वार्ड काउंसिलर भी निर्वाचित हुए थे. हाल के कुछ वर्षों से वह जमीन-जायदाद के कारोबार से जुड़े थे. अपराधियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि हत्या की वारदात के पीछे कारोबारी प्रतिद्वंद्विता हो सकती है. हालांकि पुलिस फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है.

एसएनसी/एएस