नई दिल्ली, 29 अक्टूबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के मौके पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं दी.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, “समस्त देशवासियों को आयुर्वेद दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. भगवान धन्वंतरि की जन्म-जयंती का यह पावन अवसर हमारी महान संस्कृति में आयुर्वेद की उपयोगिता और उसके योगदान से जुड़ा है, जिसके महत्त्व को आज पूरी दुनिया मान रही है. मुझे विश्वास है कि चिकित्सा की यह प्राचीन पद्धति पूरी मानवता के आरोग्यपूर्ण जीवन के लिए निरंतर काम आती रहेगी.”
उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर पीएम मोदी मंगलवार को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (एआईआईए) में लगभग 12,850 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कई परियोजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
इसके अलावा प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में एक नई शुरुआत करते हुए 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य सेवा कवरेज का विस्तार करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (एआईआईए) के दूसरे चरण का उद्घाटन करेंगे. इसमें पंचकर्म अस्पताल, औषधि निर्माण के लिए आयुर्वेदिक फार्मेसी, खेल चिकित्सा इकाई, केंद्रीय पुस्तकालय, आईटी और स्टार्टअप इन्क्यूबेशन केंद्र, और 500 सीटों वाला सभागार शामिल होगा.
वह ओडिशा के खोरधा और छत्तीसगढ़ के रायपुर में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के दो केंद्रीय अनुसंधान संस्थानों की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री मोदी चार आयुष उत्कृष्टता केंद्र भी लॉन्च करेंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं शुरू करेंगे. वह “देश का प्रकृति परीक्षण अभियान” भी शुरू करेंगे, जो लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेगा.
स्वास्थ्य क्षेत्र में “मेक इन इंडिया” को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पांच प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव योजनाओं के तहत परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. जिसमें उच्च स्तरीय मेडिकल उपकरण और महत्वपूर्ण दवाइयों का निर्माण होगा.
इसके अलावा पीएम मोदी ने धनतेरस के अवसर पर भी देशवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, “देशवासियों को धनतेरस की ढेरों शुभकामनाएं. भगवान धन्वंतरि के आशीर्वाद से आप सभी का जीवन उत्तम स्वास्थ्य और सुख-संपदा से सदैव परिपूर्ण रहे, यही कामना है.”
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