छठ और दीपावली पर घर जाने वाले यात्री परेशान, इस तरह बयां किया दर्द

रेवाड़ी, 28 अक्टूबर . दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों में नौकरी करने वाले अधिकांश उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग की यह दिली ख्वाहिश होती है कि कब दीपावली और छठ आए, ताकि वह अपने परिवार के साथ इस त्यौहार की खुशी को साझा कर सके. यह त्योहार साल में एक ही बार आता है. ऐसे में उनके लिए इस त्यौहार की खुशी बयां कर पाना मुश्किल है. लेकिन, अफसोस रेलवे के कुप्रबंधन की वजह से लोगों को इस त्यौहार के मौके पर अपने परिवार के बीच शरीक होने में बेशुमार दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है.

यही नहीं, कई बार यह दुश्वारियां इस कदर गंभीर हो जाती हैं कि यह जानलेवा हादसों में भी तब्दील हो जाती है, जिसे देखते हुए रेलवे ने बीते दिनों यह दावा भी किया था कि इसको लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. रेलवे की तरफ से यह भी दावा किया गया था कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी. लेकिन, यात्रियों के अनुभव इन दावों से मेल खाते नजर नहीं आ रहे हैं.

एक यात्री ने कहा कि छठ और दीपावली ये दो ऐसे त्यौहार हैं, जिनका हम सब बेसब्री से इंतजार करते हैं. लेकिन, हालत देखिए कि अभी तक हमारा टिकट तक बुक नहीं हुआ है. एक यात्री ने कहा कि मैं पिछले कई दिनों से टिकट के लिए आ रहा हूं. लेकिन, मेरा टिकट रिजर्वेशन नहीं हो पा रहा है. अब मेरे लिए यह मुश्किल पैदा हो गई है कि मैं घर कैसे जाऊं. यही नहीं, वेटिंग लिस्ट टिकट नहीं मिल पा रही है.

एक अन्य यात्री ने कहा कि टिकट कंफर्म नहीं होने की स्थिति में हमारे पास जनरल बोगी में सफर करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचेगा. हमारे पास जनरल बोगी में ही सफर करने का विकल्प शेष रहेगा और जनरल बोगी में किस कदर भीड़ रहती है , ये तो आप जानते ही हैं. ऐसे में हमें सफर करने में खासी परेशानी होगी.

एक अन्य यात्री ने कहा कि चलिए छोड़िए गाड़ियों की संख्या बढ़ाने की बात कौन करता है. मैं तो सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूं कि सिर्फ बोगियों की ही संख्या बढ़ा दी जाए, तो ज्यादा बेहतर रहेगा. यात्रियों को इससे सहूलियत होगी. लेकिन, अफसोस ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है और यह बात सभी जानते हैं कि दीपावली और छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग घर जाते हैं.

बता दें कि बीते दिनों उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार ने कहा था कि दीपावली और छठ को देखते हुए भारी बंदोबस्त किए गए हैं. हमारी यही कोशिश है कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की दुश्वारियां ना हो. इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस पर पूरी निगरानी बनाकर रखे हुए हैं. उनकी भी यही कोशिश है कि हमारे यात्रियों को छठ और दीवाली के मौके पर घर जाते समय कोई दिक्कत ना हो.

एसएचके/जीकेटी