महिलाओं के लिए अधिक फायदेमंद है हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट : शोध

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर . क्या आप वजन कम करने के लिए व्यायाम कर रहे हैं? एक शोध में यह बात सामने आई है कि हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट महिलाओं के लिए अधिक फायदेमंद हो सकते हैं.

जर्नल ऑफ द एंडोक्राइन सोसाइटी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि मध्यम से अधिक व्यायाम, जैसे रस्सी कूदना, तैराकी करना और साइकिल चलाना जैसी जोरदार शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने से स्वस्थ वयस्कों में भूख के स्तर को कम किया जा सकता है.

छोटे स्‍तर पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि महिलाएं इस प्रतिक्रिया के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती हैं.

अमेरिका में वर्जीनिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दिखाया कि यह प्रभाव घ्रेलिन नामक हार्मोन के कारण होता है, जो भूख बढ़ाता है. उन्होंने पाया कि मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज की तुलना में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद भूख का स्तर काफी कम हो जाता है.

विश्वविद्यालय की प्रमुख लेखिका कारा एंडरसन ने पाया कि लोगों को मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज की तुलना में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद बेहद कम भूख लगती है.

लोगों में घ्रेलिन के स्तर और भूख पर व्यायाम की तीव्रता और सेक्स के प्रभाव की जांच करने के लिए अध्ययन में आठ पुरुष और छह महिलाएं शामिल थीं. प्रतिभागियों ने रात भर उपवास किया और फिर अलग-अलग तीव्रता के स्तर के व्यायाम पूरे किए. यह रक्त लैक्टेट के माप और उसके बाद भूख के स्व-रिपोर्ट किए गए मापों द्वारा निर्धारित किया गया था.

परिणामों से पता चला कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कुल घ्रेलिन का स्तर अधिक था. हालांकि, केवल महिलाओं में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद “काफी कम एसाइलेटेड घ्रेलिन देखने को मिला. निष्कर्ष में यह बात सामने आई कि एजी और डीएसाइलेटेड घ्रेलिन (डीएजी) हार्मोन घ्रेलिन के दो रूप हैं.

शोध से पता चला कि भूख के अलावा घ्रेलिन ऊर्जा संतुलन, भूख, ग्लूकोज होमियोस्टेसिस, प्रतिरक्षा कार्य, नींद और स्मृति पर भी प्रभाव डालता है.

एंडरसन ने बताया कि व्यायाम की तुलना एक दवा से की जा सकती है जिसकी ‘खुराक’ व्यक्ति के व्यक्तिगत लक्ष्यों के आधार पर तय की जानी चाहिए

जबकि अध्ययन से पता चलता है कि हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट भूख को दबाने और वजन घटाने में सहायता कर सकता है. इस शोध के परिणामों की पुष्टि करने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है.

एमकेएस/जीकेटी