समस्तीपुर : भीड़ से बचने के लिए 13 रेलवे स्टेशनों पर लगाई जाएंगी एटीवीएम मशीन, यात्री खुद टिकट काट सकेंगे

समस्तीपुर, 28 अक्टूबर . समस्तीपुर रेलवे मंडल ने टिकट काउंटर पर भीड़ कम करने के लिए 13 अतिरिक्त स्टेशनों पर स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) लगाने का निर्णय लिया है. इन मशीनों के माध्यम से यात्री खुद टिकट निकाल सकेंगे और काउंटर की लाइन से बच पाएंगे. यात्री यहां यूपीआई के जरिए भुगतान भी कर सकेंगे.

डीआरएम विनय श्रीवास्तव के अनुसार लहेरियासराय, सकरी, पूर्णिया कोर्ट, दौरम मधेपुरा, रुसेराघाट, हसनपुररोड, सलौना, बगहा, हरिनगर, जनकपुररोड और झंझारपुर जैसे स्टेशनों पर एटीवीएम लगाने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है. स्वीकृति मिलने पर जल्द ही इन स्टेशनों पर मशीनें स्थापित कर दी जाएंगी.

फिलहाल 12 स्टेशनों पर 35 एटीवीएम पहले से काम कर रही हैं, जिनका उपयोग यात्री आसानी से कर रहे हैं.

डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने से खास बातचीत के दौरान बताया, इस मंडल में अभी बारह स्थानों पर लगभग पैंतीस एटीवीएम मशीनें लगी हुई हैं जिससे यात्रियों को कतार में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होती है. यात्री स्वयं एटीवीएम से अपना टिकट काट सकते हैं, और हर स्थान पर नौ सहायक भी रखे गए हैं, कुल मिलाकर ताकि अगर किसी यात्री को एटीवीएम मशीन चलाने में कोई परेशानी हो तो वे सहायता कर सकें. लेकिन यह इतनी सरल सुविधा है कि कोई भी यात्री स्वयं टच स्क्रीन का उपयोग कर टिकट काट सकता है. अभी 13 और स्थानों पर यह प्रस्तावित है, और जैसे ही मुख्यालय से इसका अनुमोदन आ जाएगा, हम 13 और स्थानों पर एटीवीएम मशीनें लगा देंगे.

क्या इसमें यात्री खुद ही टिकट काट सकेंगे? इस पर विनय श्रीवास्तव ने कहा, “बिल्कुल. टच स्क्रीन होती है जिस पर आप अपना गंतव्य डालिए, कि आपको कहां से कहां जाना है. अगर मेल, एक्सप्रेस जैसे विकल्प आते हैं, तो आप उसी अनुसार चयन करें. आप जो भी चयन करेंगे, उतना पैसा वह मांगेगा. अब तो आप यूपीआई से भी भुगतान कर सकते हैं और उसके बाद टिकट आपके हाथ में आ जाता है.”

इससे सामान्य टिकट खिड़की पर भीड़ से बच सकेंगे. हालांकि अभी अग्रिम टिकट काटने की व्यवस्था नहीं है. डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने आगे बताया, “और अधिक मशीनों का भी प्रस्ताव है ताकि टिकट खिड़की पर भीड़ हो तो यात्री स्वयं अपना टिकट काट सकें. अग्रिम टिकट काटने की अभी व्यवस्था नहीं है. लेकिन हम आगे इसके लिए भी देख रहे हैं.”

एएस