अंकारा आतंकी हमले के बाद तुर्की ने सीरिया में 17 वाईपीजी सदस्यों को किया ‘निष्प्रभावी’

अंकारा, 27 अक्टूबर . तुर्की रक्षा मंत्रालय के अनुसार, तुर्की सेना ने उत्तरी सीरिया में कम से कम 17 सीरियन कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के सदस्यों को “निष्प्रभावी” कर दिया है.

तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि ऑपरेशन यूफ्रेट्स शील्ड, ऑपरेशन पीस स्प्रिंग के तहत उत्तरी सीरिया के मनबीज इलाकों में वाईपीजी सदस्यों को “निष्प्रभावी” (न्यूट्रीलाइज) कर दिया गया है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की ने सीरिया से लगती अपनी सीमा पर साल 2016 से वाईपीजी मुक्त इलाका बनाने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत 2016 में यूफ्रेट्स शील्ड, 2018 में ओलिव ब्रांच तथा 2019 और 2020 में पीस स्प्रिंग जैसे नामों से कई अभियान चलाए जा चुके हैं.

तुर्की के अधिकारी अक्सर अपने बयानों में “निष्प्रभावी करना” (न्यूट्रीलाइज) शब्द का प्रयोग यह दर्शाने के लिए करते हैं कि कथित “आतंकवादियों” ने या तो आत्मसमर्पण कर दिया है, या उन्हें मार दिया गया है, या उन्हें पकड़ लिया गया है.

बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद की गई कि अंकारा में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के अपराधी सीरिया से तुर्की में घुसपैठ कर आये थे.

दो हमलावर जिनमें एक पुरुष और एक महिला शामिल है, ने बुधवार को अंकारा के उत्तरी उपनगर में स्थित टर्किश एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज की प्रोडक्शन फैसिलिटी पर हमला कर दिया था.

तुर्की अधिकारियों के अनुसार, दोनों हमलावरों के प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के सदस्य होने की पुष्टि की गई है.

हमलावरों ने इस हमले में स्वचालित राइफलों और विस्फोटकों का इस्तेमाल किया था. इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि 22 लोग घायल हो गए.

तुर्की वाईपीजी समूह को पीकेके की सीरियाई शाखा के रूप में देखता है.

पीकेके को तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन का दर्जा दिया गया है. इस ग्रुप ने तीन दशकों से अधिक समय से तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह किया है.

पीएसएम/एएस