नई दिल्ली, 26 अक्टूबर . एनसीआरटीसी ने 25 से 27 अक्टूबर 2024 तक गांधीनगर में आयोजित होने वाले 17वें अर्बन मोबिलिटी कॉन्फ्रेंस एवं एक्सपो 2024 में भारत के पहले आरआरटीएस कॉरिडोर की परिवर्तनकारी विशेषताओं को प्रस्तुत किया. इस एक्सपो में नमो भारत ट्रेनों के आकार जैसे डिजाइन वाली एक प्रदर्शनी लगाई गई है, जो यहां आने वालों को बेहद लुभा रहा है.
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, गुजरात सरकार के परिवहन और गृह मंत्री हर्ष संघवी, मुख्य सचिव गुजरात राज कुमार एवं अन्य अतिथियों ने एनसीआरटीसी स्टॉल का दौरा किया. शलभ गोयल ने मुख्यमंत्री को दिल्ली और मेरठ के बीच तैयार किए जा रहे नए जमाने के अत्याधुनिक आरआरटीएस कॉरिडोर और इसकी प्रगति के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि कैसे आरआरटीएस सेमी हाई स्पीड वाला एक क्षेत्रीय गतिशीलता समाधान है, जो एनसीआर में मेट्रो और बस सेवाओं को भी इससे जोड़ रहा है, जिससे सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा. आरआरटीएस, यात्रियों को कम समय में अधिक दूरी तय करने में सक्षम बनाते हुए पहुंच और सुविधा दोनों को बेहतर बनाने में सहयोग कर रहा है. इससे रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आवास के अवसरों की संख्या बढ़ेगी.
इस सम्मेलन के एक तकनीकी सत्र में शलभ गोयल ने बताया कि एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस परियोजना को अन्य मौजूदा जन परिवहन प्रणालियों के साथ व्यापक स्तर पर मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन के तहत कनेक्ट पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे नेटवर्कों का एक व्यापक नेटवर्क तैयार हो रहा है. यात्रियों की संख्या में सुधार हो रहा है.
उन्होंने बताया कि एनसीआरटीसी का डीएमआरसी और आईआरसीटीसी के साथ हाल ही में हुआ करार, यात्रियों को नमो भारत, दिल्ली मेट्रो और भारतीय रेलवे के लिए क्यूआर-कोड टिकट बुक करने की सुविधा प्रदान करता है. जिसकी मदद से यात्री एक ही ऐप से टिकट जनरेट कर रहे हैं. एक्सपो में एनसीआरटी के स्टॉल को मॉडल और सूचना पैनलों से सुसज्जित किया गया है, जिसमें आरआरटीएस कॉरिडोर पर यात्री-केंद्रित सुविधाओं और नमो भारत ट्रेनों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया है. जिसमें विशेष तौर पर दर्शाया गया कि नमो भारत ट्रेनों में निर्बाध यात्रा के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) को अपनाएं और अन्य पारगमन प्रणालियों तक पहुंचने के साथ ही विभिन्न जगहों पर खरीदारी के लिए एनसीएम कार्ड से भुगतान की सुविधा का भी लाभ उठाया जा सकता है.
‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहलों के तहत नमो भारत ट्रेनों का निर्माण गुजरात के सावली में किया जा रहा है. इस एक्सपो में प्रदर्शित की गई अग्रणी विशेषताओं में आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर चलने वाली भारत की पहली मेरठ मेट्रो और ईटीसीएस लेवल 2 सिग्नलिंग सिस्टम शामिल है. अन्य मुख्य आकर्षणों में स्वदेशी रूप से विकसित प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने में सहयोग के लिए एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता शामिल है, जिसके तहत अब महिलाएं नमो भारत ट्रेनों के संचालन के प्रबंधन में सबसे आगे हैं.
आरआरटीएस कॉरिडोर ने हाल ही में संचालन का एक वर्ष पूरा किया है. साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक नौ स्टेशनों को जोड़ने वाले 42 किलोमीटर के खंड पर 40 लाख से ज्यादा यात्रियों को सेवा प्रदान की गई है. वहीं साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर (दिल्ली) खंड को जोड़ने के साथ ही इस कॉरिडोर की लंबाई 54 किलोमीटर तक बढ़ जाएगी, जिसमें आनंद विहार और न्यू अशोक नगर जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल होंगे. इस खंड में नमो भारत ट्रेनों का संचालन आरंभ होने से कनेक्टिविटी और बेहतर होगी.
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पीकेटी/एफजेड