रविंद्र कुमार राय को क्यों बनाया गया कार्यकारी अध्यक्ष? बीजेपी प्रवक्ता ने बताया

रांची, 26 अक्टूबर . झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान रविंद्र कुमार राय को बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. रविंद्र राय को बीजेपी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वह बहुत मेहनती व्यक्ति हैं.

से बातचीत में उन्होंने कहा, “राजनीति में हर व्यक्ति के साथ आकांक्षाएं जुड़ी होती हैं. जब कोई व्यक्ति कई वर्षों तक मेहनत करता है फिर भी हर किसी को टिकट नहीं मिल पाता. लेकिन रविंद्र राय को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है, क्योंकि बाबूलाल मरांडी दूसरे क्षेत्रों में चुनाव में काफी व्यस्त रहने वाले हैं और साथ ही अपने क्षेत्र में भी प्रचार करने वाले हैं. तो निश्चित तौर पर कार्यकारी अध्यक्ष की जरूरत थी. रविंद्र राय जी प्रभावी नेता हैं और पहले भी अध्यक्ष रह चुके हैं. मैं इसे रूटीन नियुक्ति के तौर पर देखता हूं. एक मजबूत पार्टी में नियुक्तियां होती रहती हैं. यह कोई बड़ी बात नहीं है. इसमें नाराज होने की कोई वजह नहीं है. यहां कांग्रेस की तरह यहां नियुक्तियां नहीं रूकती हैं. भाजपा में लगातार नियुक्तियां होती रहती हैं.”

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि उन पर बीजेपी के लोगों ने हमला किया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सबसे पहले तो जिसने भी हमला किया है, हम उसका खंडन करते हैं. हम राहुल गांधी की तरह नहीं हैं जो मजे लेंगे. लोकतंत्र में इस तरह के हमले का कोई स्थान नहीं है. लेकिन, बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है. केजरीवाल के अपने किए की वजह से ही लोग उनके खिलाफ खड़े होने लगे हैं. कुछ साल पहले उन पर काली स्याही फेंकी गई थी. लोग उनसे लगातार नाराज हैं. क्योंकि उन्होंने लोगों की आकांक्षाओं को खारिज किया है. जिस तरह से उन्होंने शराब घोटाला किया है और करोड़ों रुपए को अपने घर में लगाकर बर्बाद किया है. इससे उनकी अपनी पार्टी के लोग उनसे नाराज हैं. इससे यह साफ हो जाता है कि इस तरह के हमलों में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता ही शामिल होंगे.

हिमाचल सरकार ने हजारों नौकरियां खत्म करने का ऐलान किया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस सरकार आर्थिक संकट और अराजकता का पर्याय बन गई है, चाहे वो हिमाचल प्रदेश हो, तेलंगाना हो या कर्नाटक. ये लोग जहां भी आते हैं, आने वाली पीढ़ी के लिए ऐसा आर्थिक संकट लेकर आते हैं कि आने वाली पीढ़ी का जीना मुश्किल हो जाए. जहां तक ​​हिमाचल की बात है तो 15-20 दिन पहले शौचालय टैक्स को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ था. अब सुक्खू सरकार ने 2 साल से लगे शौचालय टैक्स को खत्म करने का ऐलान कर दिया है. अब आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि कितने लाख लोग बेरोजगार हो जाएंगे. एक तरफ ये सरकार सरकारी नौकरी देने का आश्वासन देकर सत्ता में आती है और उसके बाद लाइसेंस देते वक्त ये अराजकता फैलती है.

वक्फ बोर्ड को लेकर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पिछले कई सालों से पूरे देश में वक्फ बोर्ड द्वारा जमीन हड़पने का खेल चल रहा है. कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने पर इसको सबसे ज्यादा बढ़ावा मिलता है. वक्फ बोर्ड एक्ट में 1995 और 2013 में दो बड़े संशोधन किए गए. इसका नतीजा यह हुआ कि आज वक्फ बोर्ड को कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है. वे जिस जमीन को हड़पना चाहते हैं, हड़प लेते हैं. उदाहरण के लिए अगर वक्फ बोर्ड को भाजपा का दफ्तर पसंद आ गया तो वह बिना किसी सबूत के उस जमीन को हड़प लेंगे. इससे वक्फ की छीनने की प्रवृत्ति से हर काम करने वाले व्यक्ति को खतरा है. वक्फ एक्ट में संशोधन करना बहुत जरूरी है. फिलहाल यह जेपीसी के पास जा चुका है. लेकिन, फिर भी हम हर दिन देख रहे हैं कि वक्फ द्वारा जमीन छीनने का सिलसिला जारी है. आने वाले सत्र में हम कई ऐसे प्रावधान लाएंगे जिससे उनकी जमीन छीनने की प्रवृत्ति को रोका जा सके.

आरके/जीकेटी