सोने से भी महंगी होगी चांदी, अगले 12-15 महीनों में 1 किलोग्राम का भाव 1.25 लाख रुपये के होगा पार: रिपोर्ट

मुंबई, 26 अक्टूबर . आने वाले महीनों में चांदी या तो सोने के बराबर या उससे बेहतर प्रदर्शन कर सकती है और अगले 12 से 15 महीनों में एमसीएक्स पर इसके 1,25,000 रुपये प्रति किलोग्राम और कॉमेक्स पर 40 डॉलर प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की संभावना है. शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में चांदी ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया है, जिसमें सालाना आधार पर 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज हुई है.

घरेलू स्तर पर चांदी 1,00,000 रुपये के स्तर को पार कर गई है, जिसे सुरक्षित निवेश और मजबूत औद्योगिक मांग से बल मिला है.

एमओएफएसएल ने मध्यम अवधि में सोने के लिए 81,000 रुपये और लंबी अवधि में 86,000 रुपये का लक्ष्य भी तय किया है.

उम्मीद की जा रही है कि मध्यम अवधि में कॉमेक्स पर सोना 2,830 डॉलर और लंबी अवधि में 3,000 डॉलर तक पहुंच जाएगा.

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी रिसर्च के विश्लेषक मानव मोदी ने कहा, “बाजार की अनिश्चितताओं, दरों में कटौती की उम्मीदों, बढ़ती मांग और रुपये में गिरावट के कारण 2024 में कीमतों में तेजी देखने को मिली है.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद के महीने सोने की निकट अवधि की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण होंगे.”

फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और खासकर मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव में वृद्धि की वजह से कीमती धातुओं में तेजी दर्ज हो रही है.

मोदी ने कहा, “कुल मिलाकर, इस दिवाली के लिए रुझान सकारात्मक, जिससे बुलियन के लिए माहौल अच्छा है.”

बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, सोना ऐतिहासिक रूप से अनिश्चित समय के दौरान मूल्य के एक विश्वसनीय भंडार के रूप में काम करता है.

रिपोर्ट के अनुसार, अगर किसी ने दिवाली 2019 के दौरान सोने में निवेश किया था, तो वे इस दिवाली तक अपने घरेलू सोने के निवेश पर 103 प्रतिशत रिटर्न का आनंद लेंगे.

2011 से अब तक केवल दो बार (2015 और 2016) ऐसे मौके आए हैं जब दिवाली से पहले के 30 दिनों में नकारात्मक रिटर्न दर्ज किया गया. 2022 को छोड़कर, दिवाली से पहले के लाभ लगातार दिवाली के बाद के लाभ से आगे निकल गए हैं.

मोदी ने कहा, “हमारा मानना ​​है कि सोने में आगे भी तेजी की संभावना है, जिसमें कोई भी गिरावट खरीदारी के अवसर प्रदान कर सकती है. हमारी हालिया तिमाही रिपोर्ट के अनुसार, 5-7 प्रतिशत का सुधार संभव है.”

एसकेटी/केआर