कोलकाता, 26 अक्टूबर . पश्चिम बंगाल के तीन अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार रात से पानी से भरी सड़कों पर बिजली का करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई.
शुक्रवार तड़के ओडिशा में चक्रवात दाना के पहुंचने के बाद से पश्चिम बंगाल में इससे संबंधित हताहतों की कुल संख्या चार हो गई है. राज्य प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि चार मौतों में से तीन की मौत जलभराव वाली सड़कों पर बिजली का करंट लगने से हुई, जबकि एक व्यक्ति की मौत नाले में फंसने से हुई.
चार मौतों में से दो मौतें दक्षिण 24 परगना जिले में हुई हैं, जबकि एक की मौत कोलकाता और एक की मौत हावड़ा जिले में हुई है. इस बीच, दक्षिण बंगाल के कई इलाकों में शुक्रवार को पूरे दिन जारी रही मूसलाधार बारिश आधी रात से कम होने लगी, जिससे राज्य प्रशासन ने राहत की सांस ली. हालांकि, बारिश शनिवार सुबह से बहुत हल्की हो गई.
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, चक्रवात दाना अब सामान्य दबाव में परिवर्तित हो गया है. यह वर्तमान में उत्तरी ओडिशा में है, जिसके कारण पश्चिम बंगाल में बारिश में काफी कमी आई है.
हालांकि, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, विशेषकर तटीय क्षेत्रों में शनिवार को भी छिटपुट बारिश हो सकती है. मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार रात से मौसम की स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी.
हालांकि, कृषि भूमि पर फसलों के नुकसान को लेकर चिंतित है. राज्य कृषि विभाग के सूत्रों ने बताया कि बारिश के कारण दक्षिण बंगाल में कई इलाकों में खेतों में जलभराव हुआ है और खरीफ फसल की कटाई के मौसम में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है.
इसका नकारात्मक प्रभाव पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना के दो तटीय जिलों के साथ-साथ पश्चिमी मिदनापुर और उत्तर 24 परगना जिलों में सबसे अधिक होने की उम्मीद है. राज्य कृषि विभाग के सूत्रों ने बताया, “इसका सबसे अधिक असर धान के साथ-साथ सब्जियों के उत्पादन पर पड़ेगा.”
–
एफजेड/