लेबनान में यूएन शांति सैनिक अपनी पोस्ट से हटे, इजरायली गोलीबारी के चलते उठाया कदम

बेरूत, 26 अक्टूबर : लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) ने कहा कि उसके शांति सैनिक दक्षिणी लेबनान के धायरा गांव के पास स्थित चौकी से हट गए हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में इजरायल डिफेंस
फोर्सेज (आईडीएफ) के सैनिकों की गोलीबारी के चलते यह कदम उठाना पड़ा.

यूएनआईएफआईएल की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार गोलीबारी की यह घटना मंगलवार को हुई. हमला उस वक्त हुआ जब एक स्थायी निगरानी चौकी पर शांति सैनिक आईडीएफ सैनिकों पर नजर रख रहे थे.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, आडीएफ सैनिकों को जब यह एहसास हुआ कि उन पर नजर रखी जा रही है, तो उन्होंने चौकी पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे शांति सैनिकों को अपनी सुरक्षा के लिए पीछे हटना पड़ा.

बयान में कहा गया कि आईडीएफ ने बार-बार शांतिसैनिकों को ब्लू लाइन पर अपने ठिकानों को खाली करने की मांग की और इनमें से कुछ ठिकानों पर जानबूझकर कैमरा, लाइटिंग और संचार उपकरणों को नुकसान पहुंचाया.

पिछले कुछ हफ्तों में, इजरायली सेना ने लेबनान में यूएनआईएफआईएल के ठिकानों पर कई बार हमला किया, जिससे शांति सैनिकों को चोटें आई हैं. इजरायल की इस हरकत की अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तीखी आलोचना की.

यूएनआईएफआईएल के मुताबिक बुधवार की सुबह, दक्षिणी गांव यारिन में एक मरीज को ले जा रही दो मेडिकल टीमों पर अज्ञात कारणों से गोलीबारी की गई, जिसके चलते एक वाहन को घटनास्थल पर ही छोड़ना पड़ा.

यूएनआईएफआईएल ने शुक्रवार की शाम को कहा कि बेत लिफ में उसके एक ठिकाने पर एक मेडिकल सेंटर पर अज्ञात कारण से एक गोला या रॉकेट गिरा, जिससे इमारतों को नुकसान पहुंचा.

इसके बाद कफरचौबा में यूएनआईएफआईएल के एक ठिकाने के पास अज्ञात स्रोत से दागे गए दो गोले या रॉकेट गिरे, जिससे रहने की जगह और शेल्टर को नुकसान पहुंचा.

यूएनआईएफआईएल ने आश्वासन दिया कि जमीन पर हिंसा के बावजूद शांति सैनिक दक्षिण लेबनान में स्थिति पर निगरानी रखना और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को रिपोर्ट करना जारी रखेंगे. इसने सभी पक्षों को शांति सैनिकों या नागरिकों को खतरे में डालने वाली कार्रवाइयों से बचने के दायित्व की भी याद दिलाई.

एमके/