चंडीगढ़, 25 अक्टूबर . पंजाब के जालंधर में किसानों ने मंडियों में धान की खरीद नहीं होने पर शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि मंडियों में हमारी धान की खरीद नहीं होने से इस बार हमारी दीवाली पूरी तरह से काली होगी. हमारी मांगों पर किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है, इसलिए हमने विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
प्रदर्शनकारी किसान मनिंदर सिंह ने कहा, “आज जो प्रदर्शन हो रहा है, उसमें किसानों की गंभीर समस्याओं को लेकर आवाज उठाई जा रही है. किसानों की मांगें बहुत बड़ी नहीं हैं, लेकिन उनकी स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है. 18 तारीख को जो खरीद होनी थी, वह मंडी में पड़ी है, लेकिन अब तक उसकी लागत भी नहीं आई है. अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो हम अपनी सारी फसलें उठा लेंगे.”
प्रदर्शनकारी किसान ने कहा, “किसान महसूस कर रहे हैं कि सरकार उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दे रही है. उनका दिल तो करता है कि वे किसी भी तरह से अपनी आवाज उठाएं, क्योंकि सरकार की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है. किसान यह चाह रहे हैं कि उनकी फसलें जल्द से जल्द उठाई जाएं. वे नहीं चाहते कि उन्हें हर बार मंडी में इंतजार करना पड़े, खासकर जब मौसम की मार पड़ती है.”
एक अन्य किसान मनदीप सिंह ने कहा, “हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि मंडियों में लिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है. पहले दिन से ही लिफ्टिंग की स्थिति इतनी खराब है कि किसानों को मजबूरन प्रदर्शन करना पड़ रहा है. मंडियों में जगह नहीं होने के कारण और चुनावों के चलते स्थिति और बिगड़ गई है.”
उन्होंने कहा, “किसानों की यह मजबूरी है कि वे इस तरह का कदम उठा रहे हैं. अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो उन्हें और भी कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. किसान चाहते हैं कि सरकार उनकी आवाज सुने और उनकी फसलें समय पर उठाई जाएं, ताकि वे इस कठिन समय से उबर सकें.”
–
एसएचके/एकेजे