चक्रवात दाना : बंगाल सुंदरबन में दो दिनों के लिए नौका सेवाएं स्थगित

कोलकाता, 24 अक्टूबर . देश के पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवात दाना का खतरा बढ़ता दिख रहा है. वहीं, पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाकों में एहतियात के तौर पर नाव सेवाएं रद्द कर दी गई हैं. पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों में फैले तटीय इलाकों में गुरुवार और शुक्रवार को नाव सेवाएं निलंबित रहेंगी.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात दाना के गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह के बीच ओडिशा में केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचने की संभावना है.

जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि सुंदरबन के तटीय क्षेत्र 2009 में आए चक्रवात आइला और 2020 में आए चक्रवात अम्फान के कारण काफी प्रभावित हुए थे.

जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, “हालांकि कोलकाता में क्षेत्रीय मौसम कार्यालय से आश्वासन मिला था कि चक्रवात दाना का प्रभाव पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात आइला और चक्रवात अम्फान के प्रभाव के आसपास भी नहीं होगा, लेकिन हम कोई जोखिम नहीं उठा रहे हैं और उसी तरह की सावधानियां बरत रहे हैं, जैसा कि पिछले चक्रवातों के दौरान बरती गई थीं. तटीय सुंदरबन में नौका सेवाओं को स्थगित करना उन एहतियाती उपायों का एक हिस्सा है.”

साथ ही, अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी नियमित आधार पर तटीय सुंदरवन में नदी के तटबंधों की स्थिति का निरीक्षण कर रहे हैं और संकट की अवधि समाप्त होने तक आम लोगों को उन तटबंधों पर जाने से रोक रहे हैं.

तटीय सुंदरवन में फैले द्वीपों के दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिला प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि क्षेत्रों में अस्थायी राहत केंद्रों को पहले ही पूरी तरह से चालू कर दिया गया है.

इस बीच, दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो गई है. खासकर दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के दो तटीय जिलों में बारिश रुकने के नाम नहीं ले रही है. इन दोनों जिलों में हवा की गति भी काफी तेज है.

यहां तक कि राज्य की राजधानी कोलकाता में भी बारिश हुई, हालांकि रिपोर्ट दर्ज किए जाने के समय इसकी मात्रा नाममात्र थी.

पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा और मंदारमणि जैसे समुद्री रिसॉर्ट्स में, जिला प्रशासन के अधिकारियों को कुछ साहसिक पर्यटकों को समुद्र तटों के पास जाने से रोकने में मुश्किल हो रही है.

पूर्वी मिदनापुर जिले के एक अधिकारी ने कहा,” हमने पर्यटकों को बुधवार रात तक इन समुद्री रिसॉर्ट्स को छोड़ने की सलाह दी है, लेकिन कुछ अति उत्साही लोग तटीय क्षेत्रों में चक्रवात का अनुभव करने के लिए यहीं रुके हुए हैं.”

आरके/