भाजपा ने राज सिन्हा पर चौथी बार जताया विश्वास, धनबाद से दिया टिकट

धनबाद, 24 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चौथी बार धनबाद से राज सिन्हा को टिकट दिया है. जिससे धनबाद में उत्साह का माहौल देखन को मिल रहा है . वहीं, टिकट मिलने पर राज सिन्हा ने शीर्ष नेतृत्व के प्रति अपना उत्साह व्यक्त किया. उन्होंने चुनाव जीतने पर लोगों के हित की दिशा में कदम उठाने की बात कही है. इस बीच, उन्होंने अपने द्वारा अब तक लिए फैसलों के बारे में भी बताया.

उन्होंने कहा, “गांवों में बिजली और पानी की पहुंच के साथ-साथ महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण किया गया है, जिससे विकास की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं. धनबाद का चेहरा काफी बदल गया है, जिसमें साफ-सफाई, बिजली और सड़क व्यवस्था में सुधार शामिल है. लेकिन पानी और बिजली की समस्याएं अब भी बनी हुई हैं.”

उन्होंने कहा, “पानी की आपूर्ति के लिए मैथन से जलापूर्ति योजना पुरानी हो चुकी है और इसकी क्षमता वर्तमान जरूरतों के अनुसार नहीं है. इस समस्या के समाधान के लिए 2019 में मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया था, जिसके कारण मैथन फेज-टू योजना का शिलान्यास हुआ और फंड आवंटित हुआ. माडा क्षेत्र की जलापूर्ति के लिए भी काम शुरू हो गया था, जिसमें पंप, पाइपलाइन और टंकी का नवीनीकरण शामिल है. हालांकि, सरकार के बदलने के बाद ये सभी कार्य रुके हुए हैं. केवल 50 प्रतिशत ही काम हो पाया है.”

उन्होंने आगे कहा, “बिजली की समस्या के लिए गोविंदपुर और जतुडी में नए ग्रिड का निर्माण कार्य चल रहा है. हालांकि, अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा नहीं हो पाया है, जिससे लगभग 900 से 1000 करोड़ की योजनाएं अधर में हैं. सड़कें भी बनी हैं, लेकिन सीवरेज योजना धरातल पर नहीं आ पाई है. कई प्रमुख सड़कें खोदकर छोड़ दी गई हैं, जिससे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.”

उन्होंने कहा, “अपराध की स्थिति भी चिंताजनक है. धनबाद में अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है. संगठित अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं. सरकार की ओर से अपराधियों को संरक्षण मिलने से स्थिति और बिगड़ गई है. इस पर रोकथाम के लिए आंदोलनों का आयोजन किया गया है, लेकिन हालात में सुधार नहीं हो रहा है.”

उन्होंने कहा, “सरकार का ध्यान इन समस्याओं पर नहीं है और इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. विकास और सुरक्षा दोनों ही विषयों पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है, ताकि धनबाद को एक सुरक्षित और विकासशील क्षेत्र बनाया जा सके.”

एसएचके/एफजेड