सीमित दायरे में खुला शेयर बाजार, एफआईआई की निरंतर बिकवाली बन रही चुनौती

मुंबई, 24 अक्टूबर . भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को सीमित दायरे में खुला. शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विसेज और फार्मा सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली. सेंसेक्स 112.95 अंक या 0.14 प्रतिशत चढ़ने के बाद 80,194.93 पर और निफ्टी 29.80 अंक या 0.12 प्रतिशत की तेजी के बाद 24,465.30 पर कारोबार की शुरुआत कर रहा है. बाजार का रुझान मिश्रित बना हुआ है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 679 शेयर हरे, जबकि 854 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. निफ्टी बैंक 217.95 अंक या 0.43 प्रतिशत चढ़ने के बाद के 51,456.95 पर है. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 79.15 अंक या 0.14 प्रतिशत फिसलने के बाद 56,454.40 स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 31.75 अंक या 0.17 प्रतिशत चढ़ने के बाद 18,317.95 पर है.

सेंसेक्स पैक में एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, बीईएल और अदाणी पोर्ट्स टॉप गेनर्स थे. वहीं, हिंडाल्को, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, एसबीआई लाइफ और नेस्ले इंडिया टॉप लूजर्स थे. एशियाई बाजारों की बात करें तो शंघाई, हांगकांग और जकार्ता के बाजार लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे. वहीं, जापान और बैंकॉक के बाजार लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन लाल निशान पर बंद हुए थे.

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 23 अक्टूबर को 5,684 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 6,039 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी. बाजार के जानकारों के अनुसार,” एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, बाजार के सामने सबसे बड़ी चुनौती एफआईआई की भारी, अभूतपूर्व और निरंतर बिकवाली है, जो 23 अक्टूबर तक 93088 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.”

उन्होंने आगे कहा, एफआईआई के बाहर निकलने का मूल कारण भारत में उच्च मूल्यांकन और चीन और हांगकांग जैसे बाजारों में अपेक्षाकृत सस्ते और आकर्षक मूल्यांकन हैं. कॉर्पोरेट आय में मंदी की खबरों से एफआईआई की बिकवाली बढ़ रही है.

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