बीजिंग, 23 अक्टूबर . रूस के स्थानीय समय के अनुसार बुधवार की सुबह चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कज़ान में आयोजित ब्रिक्स नेताओं की 16वीं बैठक में भाग लिया और ब्रिक्स के भविष्य के विकास पर महत्वपूर्ण राय व्यक्त की.
उन्होंने बल देते हुए कहा कि वर्तमान में, दुनिया अशांत माहौल और परिवर्तन के एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है और महत्वपूर्ण विकल्पों का सामना कर रही है. हम सभी को मिलकर “बड़े ब्रिक्स सहयोग” के उच्च गुणवत्ता वाले विकास का एक नया अध्याय लिखने की आवश्यकता है.
शी चिनफिंग ने कहा कि हमें “शांति ब्रिक्स” का निर्माण करना चाहिए और आम सुरक्षा का रक्षक बनना चाहिए. केवल एक सामान्य, व्यापक, सहकारी और टिकाऊ सुरक्षा अवधारणा का अभ्यास करके ही हम सार्वभौमिक सुरक्षा का मार्ग खोज सकते हैं.
उन्होंने कहा कि हमें एक “अभिनव ब्रिक्स” का निर्माण करना चाहिए और उच्च गुणवत्ता वाले विकास में अग्रणी बनना चाहिए. चीन ने हाल ही में चीन-ब्रिक्स एआई विकास और सहयोग केंद्र की स्थापना की है और ब्रिक्स गहरे सागर संसाधन अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र, ब्रिक्स विशेष आर्थिक क्षेत्र चीन सहयोग केंद्र, ब्रिक्स औद्योगिक क्षमता चीन केंद्र, तथा ब्रिक्स डिजिटल उद्योग पारिस्थितिक सहयोग नेटवर्क की स्थापना करेगा, जिनमें विभिन्न पक्षों का सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए स्वागत है.
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि हमें “हरित ब्रिक्स” का निर्माण करना चाहिए और सतत विकास का अभ्यासकर्ता बनना चाहिए. चीन की इलेक्ट्रिक वाहनों, लिथियम बैटरी, फोटोवोल्टिक उत्पादों आदि की उच्च गुणवत्ता वाली उत्पादन क्षमता ने दुनिया के हरित विकास को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की है. चीन ब्रिक्स देशों के साथ हरित उद्योगों, स्वच्छ ऊर्जा और हरित खनिजों में सहयोग बढ़ाना चाहता है.
चीनी राष्ट्रपति का कहना है कि हमें “न्यायपूर्ण ब्रिक्स” का निर्माण करना चाहिए और वैश्विक शासन प्रणाली के सुधार में अग्रणी बनना चाहिए. सच्चे बहुपक्षवाद का अभ्यास करना, निष्पक्षता, न्याय, खुलेपन और समावेशिता की अवधारणाओं के साथ वैश्विक शासन के सुधार का नेतृत्व करना और “ग्लोबल साउथ” देशों के प्रतिनिधित्व और आवाज को बढ़ाना आवश्यक है.
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि हमें “मानविकी ब्रिक्स” का निर्माण करना चाहिए और सभ्यताओं के बीच सद्भाव और सह-जीवन का समर्थक बनना चाहिए. उनके अनुसार, चीन द्वारा प्रस्तावित ब्रिक्स डिजिटल शिक्षा सहयोग पहल लागू की गई है. ब्रिक्स डिजिटल शिक्षा क्षमता निर्माण योजना लागू की जाएगी. आने वाले 5 सालों में, चीन 1,000 शैक्षिक प्रबंधकों, शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करने के लिए ब्रिक्स देशों में 10 विदेशी अध्ययन केंद्र स्थापित करेगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/