रांची, 23 अक्टूबर . झारखंड की लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट के झामुमो विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने पार्टी की ओर से टिकट काटे जाने के बाद बागी तेवर अपना लिया है. उन्होंने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. दिनेश ने बुधवार को मीडिया के सामने हेमंत सोरेन और उनके परिवार को लेकर कई सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि क्या सिर्फ हेमंत सोरेन का परिवार ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ेगा. शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन परिवार के चार लोग पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे तो बाकी लोगों का क्या कसूर है? झारखंड मुक्ति मोर्चा को खड़ा करने में मेरे पिता ने भी लाठियां खाईं, जेल गए, टॉर्चर सहा, लेकिन मेरा टिकट क्यों काट दिया?
दिनेश विलियम मरांडी ने कहा कि मेरे साथ नाइंसाफी की जा रही है. मेरे माता-पिता नहीं हैं, इसलिए मुझे टॉर्चर किया जा रहा है. मेरे पिता साइमन मरांडी ही शिबू सोरेन को दुमका लेकर आये थे और उन्हें संथाल परगना में उतारा था. मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों दरकिनार किया गया है?
मरांडी ने कहा कि मेरा टिकट काटकर हेमंत सोरेन को गाली देने वाले हेमलाल मुर्मू को टिकट दिया गया है. हेमलाल मुर्मू झामुमो को बर्बाद कर देंगे. केवल हेमंत सोरेन का परिवार चुनाव लड़ेगा और हम लोग नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में बाहरी दलालों की भरमार हो गई है. पार्टी में पंकज मिश्रा, सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडेय जैसे लोग बाहरी हैं. दिनेश मरांडी किसी से डरने वाला नहीं है.
उन्होंने दावा किया कि वे निर्दलीय चुनाव लड़कर भी लिट्टीपाड़ा से जीत दर्ज करेंगे, क्योंकि वे 24 घंटे क्षेत्र की जनता की सेवा में लगे रहते हैं. जब हेमंत सोरेन को सरकार बनाने के लिए एक-एक विधायक की कमी होगी तो वे किस मुंह से मुझसे मदद मांगने आएंगे.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अब तक राज्य की 36 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं. पार्टी ने लिट्टीपाड़ा के विधायक दिनेश विलियम मरांडी को छोड़कर सभी विधायकों को फिर से उम्मीदवार बनाया है.
–
एसएनसी/एबीएम