बेंगलुरु, 23 अक्टूबर . कर्नाटक भाजपा ने बुधवार को पूर्व भाजपा एमएलसी सीपी योगेश्वर के कांग्रेस में शामिल होने की निंदा की है. विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कहा कि चन्नापटना निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा का वोट आधार बरकरार है.
आर. अशोक ने बेंगलुरु में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “योगेश्वर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. उन्होंने हमेशा सभी राजनीतिक दलों के साथ संबंध बनाए रखे हैं. ऐसा लगता है कि वह केवल अपने फायदे के लिए हमारे साथ थे.”
उन्होंने कहा कि योगेश्वर कभी भी भाजपा के प्रति प्रतिबद्ध नहीं थे. हमने योगेश्वर को पार्टी में बनाए रखने के लिए कई प्रयास किए. हालांकि, उन्होंने हमारा भरोसा तोड़ा और चले गए. कांग्रेस में शामिल होकर उन्होंने अपना राजनीतिक भविष्य बर्बाद कर लिया है. उनके कांग्रेस में जाने से हमारी पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.”
अशोक ने सवाल किया, “इससे पहले भी कई लोग पार्टी छोड़ चुके हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी कांग्रेस में शामिल हुए, लेकिन क्या उन्हें मंत्री बनाया गया?
उन्होने कहा, “योगेश्वर बीएसपी और एसपी में अपने विकल्प समाप्त होने के बाद हमारी पार्टी में आए. वह कभी भी वैचारिक रूप से भाजपा के साथ नहीं जुड़े थे. चन्नापटना में भाजपा का वोट आधार बरकरार है.”
भाजपा नेता ने कहा, “केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और मैंने उन्हें जेडीएस का टिकट देने की पेशकश की, लेकिन केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी चाहते थे कि वह जेडीएस के चुनाव चिन्ह के तहत चुनाव लड़ें. हालांकि, योगेश्वर ने इनकार कर दिया.”
अशोक ने कहा, “अब जब वह कांग्रेस में चले गए हैं, तो यह पार्टी के साथ विश्वासघात करने जैसा है. राज्य के सभी भाजपा नेताओं ने उनका समर्थन किया और उनके लिए टिकट सुरक्षित करने की कोशिश की. यह भाजपा के चुनाव चिन्ह या जेडीएस के चुनाव चिन्ह के बारे में नहीं है; एनडीए को जीतना ही महत्वपूर्ण है. एनडीए में उनकी वरिष्ठता थी, लेकिन अब वह लाइन में सबसे पीछे बैठे हैं.”
योगेश्वर के कांग्रेस में शामिल होने पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई ने कहा, “योगेश्वर का कांग्रेस में शामिल होने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. कांग्रेस के पास उस निर्वाचन क्षेत्र में कोई उम्मीदवार नहीं था, जिससे एनडीए उम्मीदवार के लिए जीतना आसान हो गया. अभी भी, केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी का उस क्षेत्र में प्रभाव है. इससे पहले, जब भाजपा, जेडीएस और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हुआ था, तो कुमारस्वामी विजयी हुए थे.”
बसवराज बोम्मई ने कहा, “मुझे विश्वास है कि इस उपचुनाव में भी जेडीएस उम्मीदवार जीतेगा.
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