भारत और सिंगापुर के स्कूलों को जोड़ने की संभावना पर विचार

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर . भारत और सिंगापुर के स्कूलों को जोड़ने की संभावना पर विचार-विमर्श किया गया है. इससे दोनों देशों के छात्रों के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव मजबूत हो सकेगा. इसके अलावा भारत और सिंगापुर ने डीप टेक, मेडिसिन, एडवांस मैटेरियल जैसे क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान सहयोग पर भी चर्चा की है.

दरअसल, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात की. उन्होंने दोनों देशों के विद्यालयों और विश्वविद्यालयों को जोड़कर अकादमिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने पर भी विचार-विमर्श किया. प्रधान ने पाठ्यक्रम विकास, शिक्षण शास्त्र और शिक्षक क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सिंगापुर के राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान और एनसीईआरटी के बीच सहयोग के अवसरों पर प्रकाश डाला.

इस मुलाकात के दौरान दोनों राष्ट्रों के बीच विद्यालयी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और रिसर्च में द्विपक्षीय सहयोग को व्यापक रूप देने पर बातचीत हुई. दोनों देशों के बीच हुई इस चर्चा में तीन प्रमुख स्तंभों- प्रतिभा, संसाधन और बाजार- के जरिए भागीदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.

प्रधान ने इस बात पर बल दिया कि भारत सिंगापुर को एक विश्वसनीय ज्ञान आधारित भागीदार के रूप में देखता है, विशेष रूप से उन्नत प्रौद्योगिकी (डीप टेक), स्टार्टअप और नवाचार इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने में.

प्रधान ने इस बात पर भी रोशनी डाली कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री वोंग दोनों ने भारत-सिंगापुर सहयोग को एक व्यापक साझेदारी में बदलने के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है.

प्रधान ने सोमवार को ही सिंगापुर के शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने भारत की शिक्षा प्रणाली के अंतर्राष्ट्रीयकरण को और आसान बनाने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के महत्व पर बल दिया. दोनों मंत्रियों ने विदेशी इंटर्नशिप कार्यक्रमों के लिए रास्ते तलाशे, ताकि भारतीय छात्रों को सिंगापुर की कंपनियों में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने में मदद मिले.

प्रधान ने चान को भारत आने का निमंत्रण भी दिया. प्रधान ने भारत-सिंगापुर ज्ञान आधारित साझेदारी को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श करने के लिए सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से भी मुलाकात की.

सोमवार को ही प्रधान ने सिंगापुर के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का भी दौरा किया. विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रोफेसर टैन इंग चाई से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान प्रधान और प्रोफेसर टैन इंग चाई ने ज्ञान के सेतु बनाने पर चर्चा की. प्रधान ने इस बात पर बल दिया कि सिंगापुर विश्वविद्यालय और भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान डीप स्टार्ट-अप, स्वास्थ्य सेवा, एडवांस्ड मैटेरियल्स, डिजिटलीकरण जैसे क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं. प्रधान 26 अक्टूबर तक सिंगापुर की यात्रा पर हैं.

जीसीबी/एबीएम