, 21 अक्टूबर . वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत जगह बनाने के लिए भारत के पास निर्णायक नेतृत्व है. सरकार द्विपक्षीय व्यापार के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है और इससे देश के लिए आगे की राह आसान हो रही है. भारतीय कारोबारी सुधाकर अदापा ने सोमवार को यह बयान दिया.
‘एनडीटीवी वर्ल्ड समिट-2024’ के साइड लाइन में से बातचीत करते हुए अदापा ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार को आगे बढ़ाने को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं. इसी के साथ भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वृद्धि भी देखी गई है.
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के तहत 125 दिनों में सरकार के किए कामों के साथ हम प्रधानमंत्री के विजन को देख सकते हैं. मुझे लगता है कि हम वहां एक निर्णायक नेतृत्व के साथ पीएम मोदी के साथ सुरक्षित हाथों में हैं. यह वास्तव में भारत की सदी है. भारत में हमेशा से ही संभावनाएं रही हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह वह समय है, जब हमारे पास भारत को वैश्विक मंच पर लाने के लिए सभी आवश्यक संसाधन हैं. हम वहां पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, जो अगले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर पहुंचने के लिए तैयार है.”
उन्होंने कहा, “हम एक ऐसी अर्थव्यवस्था हैं, जो विकास की राह पर है, जो आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगी. डिजिटल क्रांति ने भारत में अभूतपूर्व वृद्धि की है, छोटे, सड़क के किनारे वाले विक्रेताओं से लेकर उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों तक को देखें, हर कोई भुगतान और संचार के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा है.”
इसके अलावा, अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की प्रबंध निदेशक सुनीता रेड्डी ने कहा कि पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ आकांक्षात्मक बुद्धिमत्ता (एस्पिरेशनल इंटेलिजेंस) की बात की. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ-साथ आकांक्षात्मक बुद्धिमत्ता में भी इस क्रांति का नेतृत्व करने में सबसे आगे है, लेकिन हमारे पक्ष में एक और आयाम है और वह है मानवीय बुद्धिमत्ता.”
–
एसकेटी/एबीएम