बीजिंग, 20 अक्टूबर . शीत्सांग (तिब्बत) स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में ‘फोर मेडिकल क्लासिक्स’ पर पहला अंतर्राष्ट्रीय अकादमिक आदान-प्रदान सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन में चीन के पहले तिब्बती चिकित्सा और खगोल विज्ञान एवं कैलेंडर डिजिटल संसाधन केंद्र का अनावरण किया गया.
इस केंद्र ने दस प्रमुख डेटाबेस बनाए हैं, जिनमें प्रसिद्ध तिब्बती डॉक्टरों का डेटाबेस, तिब्बती चिकित्सा और खगोलीय कैलेंडर दस्तावेजों का डेटाबेस, पेपरों का डेटाबेस और तिब्बती चिकित्सा यौगिकों का डेटाबेस शामिल है. डेटाबेस में तिब्बती चिकित्सा और खगोल विज्ञान एवं कैलेंडर पर 1,700 से अधिक प्राचीन ग्रंथ, तिब्बती सतत कैलेंडर डेटाबेस की 53.7 लाख प्रविष्टियां और बुनियादी खगोल विज्ञान व कैलेंडर डेटा सेंटर की 8 करोड़ 77.6 लाख प्रविष्टियां शामिल हैं.
वहीं, तिब्बती चिकित्सा यौगिक डेटाबेस में 9,700 से अधिक तिब्बती चिकित्सा यौगिकों के नाम, सूत्र, मुख्य चिकित्सीय कार्य आदि शामिल हैं.
संगोष्ठी में भाग लेने वाले विशेषज्ञों और विद्वानों ने समय की ऐतिहासिक उत्पत्ति और विकास, अकादमिक स्थिति और अनुप्रयोग मूल्य, संस्करण और एनोटेशन, अंतर्राष्ट्रीय प्रसार और अल्पसंख्यक जातीय चिकित्सा पर प्रभाव, सैद्धांतिक प्रणाली, निदान और उपचार विशेषताएं, विरासत, संरक्षण और अभिनव विकास जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करके ‘फोर मेडिकल क्लासिक्स’ के अध्ययन में नए तरीकों, नए परिणामों और नए अनुभवों का आदान-प्रदान और साझा किया.
बता दें कि ‘फोर मेडिकल क्लासिक्स’ 8वीं और 12वीं शताब्दी के बीच लिखा गया था और यह तिब्बती चिकित्सा का सबसे कालजयी आधार कार्य है. साथ ही, यह दुनिया में पारंपरिक चिकित्सा क्लासिक्स के सबसे अच्छी तरह से संरक्षित और प्रभावशाली प्रतिनिधियों में से एक है. साल 2023 में इसे ‘विश्व रजिस्टर की स्मृति’ में चुना गया, जिससे तिब्बती चिकित्सा संस्कृति के विदेशी प्रसार और विकास को काफी बढ़ावा मिला है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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