बेंगलुरु टेस्ट में अपने प्रदर्शन से खुश हैं रचिन रवींद्र, बताया किन चीजों पर ध्यान देकर मिली सफलता

बेंगलुरु, 20 अक्टूबर . रचिन रवींद्र वनडे विश्व कप 2023 और अब भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में अपनी बल्लेबाजी से एक युवा स्टार के रूप में उभरे हैं. बेंगलुरु में उनका यह शानदार प्रदर्शन उनके लिए बेहद खास है, क्योंकि इस शहर से उनका परिवार भी जुड़ा हुआ है.

एक बार फिर क्रिकेट जगत में चर्चा में आए रचिन ने बेंगलुरु में भारत के खिलाफ पहली पारी में 134 रन बनाए और दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया. एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 8 विकेट से न्यूजीलैंड की जीत के बाद इस खिलाड़ी को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी दिया गया. यह 1988 के बाद से भारत में न्यूजीलैंड की पहली टेस्ट जीत थी.

रचिन ने बेंगलुरु में अपनी सफलता पर बात की. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह दोनों (फॉर्म और तैयारी) का संयोजन है. जब तक मुझे यह स्पष्ट है कि क्या करने की जरूरत है और मेरी योजना क्या है, यह बहुत अच्छा है. मैं गेंदबाजों पर आक्रमण करने की कोशिश नहीं कर रहा था, बल्कि अपनी स्थिति का ख्याल रख रहा था जो दुनिया के इस हिस्से में महत्वपूर्ण है. मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं आक्रमण करना चाहता हूं, लेकिन मैं अच्छी स्थिति में आने की उम्मीद कर रहा हूं जिससे मैं स्कोर कर सकूं.”

उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैं जिस तरह से पिच पर आगे बढ़ता हूं, उससे मैं अलग-अलग क्षेत्रों में रन बना पाऊंगा. यह हर बार बाउंड्री लगाने के बारे में नहीं है, बल्कि स्ट्राइक रोटेट करने के बारे में भी है. हम टीम में इस बारे में बहुत बात करते हैं.

श्रीलंका और भारत के दौरे पर जाने से पहले रचिन ने चेन्नई में चेन्नई सुपर किंग्स हाई-परफॉरमेंस अकादमी में कोच श्रीराम कृष्णमूर्ति की देखरेख में एक सप्ताह तक तैयारी की थी, जो वेलिंगटन में युवा खिलाड़ी के प्रारंभिक वर्षों के दौरान भी उनके कोच थे.

रचिन ने बेंगलुरु में शानदार प्रदर्शन करने के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक अच्छा शहर है, और बल्लेबाजी के लिए एक अच्छा विकेट था. इसलिए संभावनाएं मेरे पक्ष में थी. जब भी मैं बेंगलुरु में खेलता हूं तो समर्थन मिलना काफी अच्छा लगता है.”

उल्लेखनीय है कि इस मैच में रचिन का प्रदर्शन देखने के लिए उनके पिता भी स्टेडियम में मौजूद थे.

एएमजे/एएस