पटना, 19 अक्टूबर . केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं भाजपा नेता नित्यानंद राय ने बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर शनिवार को कहा कि प्रदेश में शराबबंदी के लिए सबके सहयोग की अपेक्षा है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार में शराबबंदी सबके सहयोग से हुआ था. अगर बिहार में जहरीली शराब बन रही है, तो सरकार इस पर कार्रवाई भी कर रही है, जहरीली शराब बनाने के जो भी दोषी हैं, सब पकड़े जा रहे हैं.
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा सरकार पर नियोजित हत्या कराने और अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगाए जाने के सवाल पर नित्यानंद राय ने कहा कि जिस पार्टी के नेतृत्व में सारा गोरखधंधा चलता हो, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को बढ़ावा मिलता हो. अपराध जिसके मनोवृत्ति में हो, जिसकी वजह से बिहार को जंगलराज कहा गया. ऐसे लोगों की बातों को गंभीरता से नहीं लिया जा सकता.
उन्होंने कहा कि उन लोगों को याद नहीं है कि किस प्रकार से लोगों का पलायन हुआ. बच्चे स्कूल जाने से कतराने लगे थे. अपराध, भ्रष्टाचार, बलात्कार और हिंसा बढ़ गई थी. अपराध को बढ़ाने वाली पोषक पार्टी और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव को इस पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. भाजपा नेता ने कहा कि अगर कोई घटना घटित हुई, तो वो दुखद है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. शराबबंदी सरकार की नीति थी और यह बिहार की महिलाओं के लिए काफी लाभदायक और जरूरी था.
बता दें इससे पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को आरोप लगाया कि बिहार के हर चौक-चौराहे पर शराब की दुकानें खुलवाने वाले तथा शराबबंदी के नाम पर जहरीली शराब से हजारों लोगों की जान लेने वाले मुख्यमंत्री अब ‘महात्मा’ बनने का ढोंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 2004-05 में बिहार के ग्रामीण इलाकों में 500 से भी कम शराब की दुकानें थीं, लेकिन 2014-15 में उनके शासन में इनकी संख्या बढ़कर 2,360 हो गईं. पूरे बिहार में 2004 -05 में लगभग तीन हजार शराब की दुकानें थीं जो 2014-15 में बढ़कर छह हजार से अधिक हो गईं.
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