मुंबई, 19 अक्टूबर . प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने शनिवार को बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक को 16,820 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है, जो पिछले साल की समान तिमाही से पांच फीसद अधिक है.
बैंक ने बीएसई में अपनी नियामक फाइलिंग में कहा कि पिछले वर्ष के ट्रेडिंग और मार्क टू मार्केट प्रॉफिट और टैक्स क्रेडिट को एडजस्ट करने के बाद इस तिमाही के लिए कंसोलिडेटेड मुनाफा 30 सितंबर, 2023 को समाप्त तिमाही की तुलना में 17 प्रतिशत बढ़ा है.
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 30,114 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है.
ग्रॉस नॉन परफोर्मिंग एसेट (जीएनपीए) 1.36 प्रतिशत रहे, जबकि नेट नॉन परफोर्मिंग एसेट (एनएनपीए) 0.41 प्रतिशत रहे.
30 सितंबर को समाप्त तिमाही में बैंक कंसोलिडेटेड नेट रेवेन्यू 14.7 प्रतिशत बढ़कर 76,040 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 66,320 करोड़ रुपये था.
एचडीएफसी बैंक का शुद्ध राजस्व इस तिमाही में 9.2 प्रतिशत बढ़कर 41,600 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 38,090 करोड़ रुपये था.
तिमाही के लिए परिचालन व्यय 16,890 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 15,400 करोड़ रुपये से 9.7 प्रतिशत अधिक है.
एचडीएफसी बैंक की कुल बैलेंस शीट का साइज दूसरी तिमाही में 36.8 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछली तिमाही में यह 34.1 लाख करोड़ रुपये था.
दूसरी तिमाही में बैंक की कुल जमा राशि 25 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही से 15.1 प्रतिशत अधिक है.
बैंक के अनुसार, तिमाही के दौरान खुदरा ऋण में 11.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वाणिज्यिक और ग्रामीण बैंकिंग ऋण में 17.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई तथा कॉर्पोरेट और अन्य थोक ऋण में 12 प्रतिशत की कमी आई.
30 सितंबर को समाप्त तिमाही के लिए अन्य आय (गैर-ब्याज राजस्व) 11,480 करोड़ रुपये थी, जबकि 30 सितंबर, 2023 को समाप्त इसी तिमाही में यह 10,710 करोड़ रुपये थी.
–
एसकेटी/