नई दिल्ली, 17 अक्टूबर . नीति आयोग के सदस्य एवं वैज्ञानिक डॉ. विजय कुमार ने मेथेनॉल इंटरनेशनल सेमिनार के संबंध में से बातचीत की. उन्होंने कहा कि हमें मेथेनॉल के वैकल्पिक उपयोग को व्यापक स्तर पर बढ़ाना है
उन्होंने इस कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा, “इसका उद्देश्य है कि हमारे देश में मेथेनॉल एक वैकल्पिक उपयोग के रूप में व्यापक स्तर पर बढ़े. इसके लिए हमने अपने देश के वैज्ञानिक, उद्योगपति और बाहर के मुल्कों के बहुत सारे देशों को इस सेमिनार में आमंत्रित किया है. हम देख रहे हैं कि चीन जैसे मुल्क में मेथेनॉल का उपयोग काफी हो रहा है.”
उन्होंने कहा, चीन में कुकिंग, व्हीकल और बॉयलर में भी इसका उपयोग हो रहा है. हमारे यहां पिछले 8 सालों में नीति आयोग के साथ मिलकर हमने जो काम किया है, उससे हमने काफी उन्नति की है. हमने जनरेटर सेट को मेथेनॉल में काम करने के लिए बना लिया है. हमने कार्बन डाइऑक्साइड से मेथेनॉल बनाया है. अब हम चाहते हैं कि इस इंटरनेशनल सेमिनार के द्वारा ये चीजें आगे बढ़ें.”
उन्होंने कहा, “हम अपनी एक पॉलिसी डिसीजन लेकर आगे बढ़ रहे हैं, हम अल्टरनेट फ्यूल के रूप में मेथेनॉल को वही स्थान देंगे, जो हमने बाकी और फ्यूल को दिया है. हमने 100 फीसद मेथेनॉल से बस व ट्रक चलाया है. अब हम डीजल में भी मेथेनॉल का उपयोग कर रहे हैं, हम यह सब चीज इंप्लीमेंट कर रहे हैं. हम इसे अपने द्वारा निर्धारित की गई नीति के आधार पर चीन से भी आगे लेकर जाएंगे.”
उन्होंने कहा, “इस सेमिनार में 10 -15 से ज्यादा कंपनी आई है, जिन्होंने अपनी प्रदर्शनी लगाई है. यहां पर डीजल जनरेटर रिफॉर्मर है. मेथेनॉल के फ्यूल सेल है. अब यह सब हमारे देश में भी बनने शुरू हो चुके हैं. यह और आगे पहुंचे, इसके लिए सरकार भी अच्छा काम कर रही है.”
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