वोकल फॉर लोकल : दिवाली से पहले गाय के गोबर से गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियां बना रहीं महिलाएं

प्रयागराज, 15 अक्टूबर . देश भर में दिवाली की तैयारियां शुरू हो गई हैं. हर कोई अपने घर को सजाने में जुटा है. ऐसे में दिवाली के पावन पर्व से पहले ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ईको फ्रेंडली सामान बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. प्रयागराज की महिलाएं गाय के गोबर से दिवाली के सामान को तैयार कर रही हैं, जिनमें दीये, मूर्तियां और अन्य सामान शामिल हैं.

मूर्तिकार आभा सिंह ने बताया कि इस दिवाली पर हम सभी महिलाओं ने एक बीड़ा उठाया है, जिसके तहत गोबर से ही सामान को तैयार किया जा रहा है. हम सभी महिलाएं पीएम मोदी के विजन को आगे लेकर चल रही हैं.

उन्होंने कहा, “इस मुहिम में हमें कई महिलाओं का सहयोग मिल रहा है. गाय के गोबर से बने सामान की वजह से उन्हें आर्थिक रूप से भी फायदा हो रहा है. मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि वह महिलाओं के हित में सोचते हैं. उनकी प्रेरणा से ही इस काम को शुरू किया गया है. गाय के गोबर से बने प्रोडक्ट की मार्केट में भी काफी डिमांड है.”

वहीं, मूर्तिकार आराधना जायसवाल ने कहा, “गाय के गोबर से दिवाली के सामान को तैयार किया जा रहा है. ये प्रोडक्ट ईको फ्रेंडली हैं, जिससे प्रदूषण का खतरा भी नहीं होता है. इन प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ने से हमें भी लाभ मिल रहा है. मैं प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करती हूं, जो महिलाओं के हक में कई योजनाएं ला रहे हैं.”

मूर्तिकार वर्षा ने बताया कि उनका काम गोबर से बनी मूर्तियों को रंगने का है. यह प्रोडक्ट काफी अच्छा है, और इस काम को करने से आर्थिक रूप से भी मदद मिल रही है.

महिलाएं गाय के गोबर का इस्तेमाल कर लक्ष्मी, गणेश और अन्य सामान तैयार कर रही हैं. इन प्रोडक्ट की डिमांड प्रयागराज के अलावा देश के अन्य राज्यों में भी है. इन प्रोडक्ट को तैयार करने के लिए देसी गाय के गोबर का पाउडर तैयार किया जाता है, जिसमें कुछ अन्य पदार्थों को मिलाया जाता है. इसके बाद ही लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा तैयार की जाती है. इससे वातावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता है.

एफएम/एकेजे