हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए फिलीपींस ने की अधिक निवेश की अपील

मनीला, 15 अक्टूबर . संयुक्त राष्ट्र के ‘डिजास्टर रिस्क रिडक्शन’ कार्यालय की ओर से क्षेत्रीय आपदा  के जोखिम को कम करने पर केंद्रित कार्यक्रम फिलीपींस में आयोजित हो रहा है. इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज मार्कोस ने मंगलवार को एशिया-प्रशांत इलाके में प्राकृतिक आपदा को कम करने के लिए वैश्विक निवेश बढ़ाकर एक ऐसा तंत्र विकसित करने पर जो दिया, जो समय पर काम आ सके.

एशिया-प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (एपीएमसीडीआरआर) के उद्घाटन समारोह के अपने भाषण में मार्कोस ने “लगातार पूर्वानुमानित डेटा और फाइनेंसिंग” जैसे विभिन्न मुद्दों को रेखांकित किया.

फिलीपींस के राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे संसाधनों का इस्तेमाल आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण और आपदा की अधिक संभावना वाले क्षेत्र के लोगों द्वारा किया जाना चाहिए.

इस वर्ष का एपीएमसीडीआरआर आपदा के जोखिम को कम करने पर केंद्रित है.

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, फिलीपींस के राष्ट्रपति ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रशांत महासागर की ‘रिंग ऑफ फायर’ के केंद्र में स्थित उनका देश फिलीपींस, उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों, भूकंप और ज्वालामुखी जैसे विस्फोटों के साथ अनेक प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बेहद संवेदनशील है.

मार्कोस ने आगे कहा, “दुनिया में तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न खतरों की संख्या बढ़ती जा रही है. जलवायु परिवर्तन की वजह से हमारा देश खतरे में पड़ गया है. हमारी स्थिति जटिल हो गई है और हमारे लोग अधिक असुरक्षित हो गए हैं.”

फिलीपींस के राष्ट्रपति ने इस मीटिंग में शामिल हुए सभी देशों से समानता पर जोर देते हुए समाज के सबसे कमजोर लोगों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि “आपदाएं लोगों पर असंगत रूप से प्रभाव डालती हैं और मौजूदा आपदाएं समाज में असमानताओं को बढ़ाती हैं.”

इसके बाद मार्कोस ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर आवाज सुनी जाए और हर व्यक्ति को आपदा के जोखिम को कम करने में योगदान करने के लिए मजबूत बनाया जाए. जिससे समय आने पर उन्हें जरूरी सहायता मिल सके.”

संयुक्त राष्ट्र के ‘डिजास्टर रिस्क रिडक्शन’ कार्यालय की अध्यक्षता में आयोजित होने वाला द्विवार्षिक कार्यक्रम एपीएमसीडीआरआर फिलीपींस की राजधानी में 14 से 18 अक्टूबर तक चलेगा.

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पीएसएम/एमके