बेंगलुरु, 15 अक्टूबर . न्यूज़ीलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज रचिन रविंद्र का मानना है कि भारत में टेस्ट सीरीज़ जीतना एक बेहद कठिन कार्य है. हालांकि उन्हें उम्मीद है कि हाल ही में भारत में उनके सफे़द गेंद क्रिकेट में मिली सफलता और न्यूज़ीलैंड का हाल ही में उपमहाद्वीप में खेलने का अनुभव उन्हें 16 अक्टूबर से बेंगलुरु में शुरू हो रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद कर सकता है.
रविंद्र ने भारत में 2023 वनडे वर्ल्ड कप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने दस पारियों में 578 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और दो अर्धशतक शामिल थे. इसके बाद उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के साथ आईपीएल अनुबंध मिला, और रविंद्र अचानक सुर्खियों में आ गए.
रविंद्र ने कहा, “हालांकि ये अलग प्रारूप हैं, लेकिन इससे आपको इस बात से आत्मविश्वास मिलता है कि आप यहां अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. हालांकि एक बात यह भी है कि परिस्थितियां संभवतः अलग होंगी. मुझे लगता है कि यह ज़्यादा भीड़ को संभालने और लोगों की अपेक्षाओं को मैनेज करने के बारे में है, क्योंकि हम जानते हैं कि भारतीय लोग क्रिकेट के प्रति कितने जुनूनी हैं.”
“हालांकि अगर आप एक फ़ॉर्मैट में अच्छा करते हैं तो दूसरे प्रारूप में भी आपको आत्मविश्वास मिलता है साथ ही मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से एक अलग चुनौती है और मैं वास्तव में इसका इंतजार कर रहा हूं. भारत वापस आना और यहां खेलना हमेशा ख़ास होता है. वे दोनों टूर्नामेंट (वनडे वर्ल्ड कप और आईपीएल)] अद्भुत थे. यहां दर्शकों का उत्साह, जुनून और हलचल एक अलग ही स्तर का होता है. इसलिए मैं यहां तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए बहुत उत्साहित हूं.”
टेस्ट करियर की थोड़ी धीमी शुरुआत के बाद रविंद्र ने 2024 में सबसे लंबे प्रारूप में काफ़ी सफल वर्ष बिताया है. उन्होंने छह टेस्ट मैचों में 49.91 की औसत से 599 रन बनाए हैं, जिसमें दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 240 का सर्वोच्च स्कोर भी शामिल है.
हालांकि यह बात न्यूज़ीलैंड के बारे में नहीं कही जा सकती, जिनकी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लूटीसी) की मुहिम साल की शुरुआत में दूसरे दर्जे की दक्षिण अफ़्रीकी टीम के ख़िलाफ़ मिली दो जीत के बाद उतनी सफल नहीं रही. उन्होंने घर में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ गंवाई, फिर श्रीलंका में 2-0 से हार का सामना किया. इस डब्लूटीसी चक्र में स्पिन ने काफी हद तक न्यूज़ीलैंड को मुश्किल में डाला है, लेकिन रविंद्र श्रीलंका सीरीज़ से मिली सीख और सकारात्मक बातों को साथ लेकर चलना चाहते हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी टीम भारत में बेहतर प्रदर्शन कर सकेगी.
रविंद्र ने कहा, “भारत हमेशा एक गुणवत्ता वाली टीम रही है. मुझे लगता है कि वे जो क्रिकेट खेलते हैं, वह बहुत ही सकारात्मक है. ख़ासकर अपनी परिस्थितियों में वे काफ़ी अच्छा खेलते हैं. उन्हें यहां खेलने का तरीक़ा पता है. वे इन विकेटों पर खेलते हुए बड़े हुए हैं और उनके खिलाड़ियों का पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से विकास हुआ है, वह अद्भुत है.”
“हमारे लिए यह अपनी सच्चाई को अपनाने के बारे में है. मुझे लगता है कि हमने श्रीलंकाई श्रृंखला के दौरान कुछ क्षेत्रों में वास्तव में अच्छा किया. जाहिर है कि हमें वहां जीत-हार के कॉलम में ग़लत स्थिति का सामना करना पड़ा, लेकिन मुझे लगता है कि एक समूह के रूप में ऐसे समय थे जब हमने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया. पहला टेस्ट एक क़रीबी मुक़ाबला था. हमने पिछले कुछ समय से उसी तरह से क्रिकेट खेला है, जैसा हम खेलना चाहते थे. लेकिन मुझे लगता है कि हमें यह समझना होगा कि हमें इसे लंबे समय तक जारी रखना होगा, क्योंकि यही टेस्ट क्रिकेट की पहचान है.”
“एक न्यूजीलैंड के क्रिकेटर के रूप में जरूरी नहीं कि हम विरोधी टीम को बहुत ज्यादा देखें; हम जानते हैं कि वे (भारत) कितनी गुणवत्ता वाली टीम हैं और वे क्या कर सकते हैं. लेकिन मुझे लगता है कि अगर हम अपने खेल को खेलने में सक्षम हैं, लगातार अपनी रणनीति के साथ बने रहते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं, तो उम्मीद है कि इसका परिणाम जीत में होगा.”
बेंगलुरु टेस्ट पर बारिश की आशंका को देखते हुए रविंद्र ने कहा, “मुझे लगता है कि थोड़ी बारिश, बादल और विकेट को देखते हुए, शायद यहां गेंद ज़्यादा टर्न न करे. मुझे लगता है कि विकेट की गुणवत्ता, उनके गेंदबाज़ों की गुणवत्ता और हमारे गेंदबाज़ों की गुणवत्ता इस मैच की दिशा तय करेगी. हमारे लिए एक समूह के रूप में यह महत्वपूर्ण है कि हम उस शैली के साथ खेलें जो हमारे सामने है और इस खेल में पूर्वनिर्धारित धारणाओं या विचारों के साथ न आएं.”
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आरआर/