शिवसेना यूबीटी ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर उठाए सवाल

मुंबई, 15 अक्टूबर . चुनाव आयोग आज महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. दोपहर 3.30 बजे
इसकी घोषणा की जाएगी. इससे पहले ही शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन को याद कर ईसीआई की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं.

शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि कम से कम चुनाव आयोग ने साढ़े तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस तो करेगा. इससे यह पता चल सकेगा कि झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव कैसे होंगे? पिछले कई महीनों से दस हजार महानगर पालिका के चुनाव लंबित हैं. विधानसभा के चुनाव भी हो नहीं पाए हैं. हम हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के साथ उम्मीद कर रहे थे कि महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव जल्द होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

उन्होंने भाजपा, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की योजनाओं की आलोचना करते हुए कहा कि इन लोगों ने जुमलेबाजी की है. चुनाव से पहले योजनाओं की बरसात की है, लाडली बहन योजना की घोषणा की है. अहमदनगर का नाम अहिल्यानगर के नाम पर रखा गया है.

आनंद दुबे ने कहा कि एक उम्मीद थी कि चुनाव जल्दी हो सकते हैं, आचार संहिता लग सकती है क्योंकि 28 नवंबर 2019 को उद्धव ठाकरे ने शपथ ली थी. इस हिसाब से 28 नवंबर से पहले स्थाई सरकार बनवाने की उम्मीद थी. चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि क्या चुनाव आयुक्त राजीव कुमार उन चिन्हों पर चल पाएंगे जो टीएन शेषन साहब के हैं? उम्मीद है कि चुनाव आयुक्त अच्छा काम करके दिखाएंगे.

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने 12 लोगों को एमएलसी बनाने के लिए राज्यपाल से गुहार लगाई थी, लेकिन राज्यपाल ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया. अब जब आचार संहिता लगने वाली है, तो भाजपा के सात लोग एमएलसी की शपथ लेने वाले हैं, जिसे उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया. हम इस मामले को न्यायालय में ले जाएंगे और न्यायालय के आगे गुहार लगाएंगे. यह कैसे गंदी राजनीति है? न्याय दो तो सभी को दो, आधा अधूरा न्याय नहीं चाहिए. अंत में, उन्होंने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद की प्रतिक्रिया का इंतजार करने की बात कही.

पीएसके/केआर