प्रधानमंत्री को भेंट किया गया स्वामी समर्थ का स्मृति चिह्न, पीएम मोदी बोले- ‘उन्होंने लाखों लोगों को प्रेरित किया’

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को स्वामी समर्थ का स्मृति चिह्न भेंट किया गया. इस अवसर पर उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर एक फोटो शेयर की और स्वामी समर्थ को याद किया.

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “आज मुझे स्वामी समर्थ के स्मृति चिह्न भेंट स्वरूप प्राप्त करने करने का सौभाग्य मिला. उनके महान विचारों और शिक्षाओं ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है. हम हमेशा अपने समाज के लिए उनके सपने को साकार करने का प्रयास करेंगे.”

पीएम मोदी के इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी.

एक यूजर ने फोटो को रिशेयर करते हुए लिखा, “आज की तस्वीर! जय श्री स्वामी समर्थ”. वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “स्वामी समर्थ का स्मृति चिह्न प्राप्त करना आपके लिए सच में एक सौभाग्य की बात है. उनके विचार और शिक्षाएं अनगिनत लोगों को प्रेरित करती आई हैं.”

बता दें कि स्वामी समर्थ महाराज को अक्कलकोट के स्वामी के नाम से भी जाना जाता है. वह दत्तात्रेय परंपरा के एक आध्यात्मिक गुरु थे. उन्हें भगवान सर्वशक्तिमान दत्तात्रेय का तीसरा अवतार माना जाता है.

स्वामी समर्थ ने पूरे भारतीय उपमहाद्वीप की यात्रा की और आखिर में उन्होंने महाराष्ट्र के एक अक्कलकोट गांव को अपना निवास स्थान बनाया. ऐसा माना जाता है कि वे करीब 22 साल तक अक्कलकोट में रहे.

स्वामी समर्थ ने 1878 में समाधि ली. महाराष्ट्र में उनकी शिक्षाओं का लाखों लोग पालन करते हैं और अक्कलकोट में उनका आश्रम एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है, जहां हर साल हजारों सैलानी आते हैं.

महाराष्ट्र में मराठी नववर्ष का पहला चैत्र महीना कई मायनों में महत्वपूर्ण होता है. चैत्र माह को स्वामी समर्थ महाराज के भक्तों के लिए विशेष माना जाता है.

एफएम/एकेजे