‘अब तो आत्महत्या करने का मन करता है’, किसानों ने बयां किया अपना दर्द

चंडीगढ़, 14 अक्टूबर . हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मंडियों के हालात सुधारने के आदेश दे रहे हैं, लेकिन अधिकारी लगातार उनके आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं. इस वजह से किसानों को बेशुमार दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. आलम यह है कि मंडियों में अनाजों का उठान नहीं हो पा रहा है. अब तक महज 43 फीसदी अनाजों की ही उठान हो पाया है. इस स्थिति पर किसान निराशा जता रहे हैं. किसानों ने तो यहां तक कह दिया है कि मौजूदा स्थिति को देखकर तो अब हमें आत्महत्या करने का मन करता है. हमें ऐसा लग रहा है कि अब हमारे पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.

मंडी आढ़ती बनी सिंह ने कहा, “किसानों का अनाज सड़कों पर पड़ा हुआ है. कोई खरीदने वाला नहीं है. सरकार दावा कर रही है कि हम अनाज खरीद रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि कोई भी खरीदने वाला नहीं है. इससे किसान परेशान हैं. सरकार दावा कर रही है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि यह दावा सिर्फ और सिर्फ कागजों पर है.”

किसान राम सिंह ने कहा, “आप चारों तरफ अनाज देख सकते हैं. इसे हमने मेहनत से उगाई है, लेकिन इसे कोई भी खरीदने वाला नहीं है. इससे हमें आर्थिक मोर्चे पर दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अफसोस हमारी कोई भी सुध लेने वाला नहीं है. सरकार ने दावा किया था कि हम एमएसपी पर किसानों का अनाज खरीदेंगे, लेकिन देखिए कोई भी अनाज नहीं खरीदा गया है. किसानों का बुरा हाल है.”

उन्होंने कहा, “अब किसानों की स्थिति ऐसी हो चुकी है कि आत्महत्या करने का मन हो रहा है. हमारा कोई भी अनाज खरीदने वाला नहीं है.”

आढ़ती जगतार काजल ने कहा, “सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. किसानों का सारा माल यहीं पड़ा हुआ है. कोई भी खरीदने को तैयार नहीं हो रहा है. इसमें हमें बेशुमार दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. बीच में चुनाव आ गए, इसलिए सारा काम रुक गया. सारा सामान सड़कों पर पड़ा हुआ है. सरकार कोई भी अनाज खरीदने वाली नहीं है. केंद्र सरकार भी इस दिशा में कोई भी कदम उठाने को तैयार नहीं हो रही है. इस वजह से किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.”

कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा का इस पर भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, “किसानों की जो भी समस्या है, उसे तुरंत दूर किया जाए. किसानों के साथ जिस तरह की लूट हो रही है, उसे तुरंत दूर किया जाए. यह सब कुछ सरकार की गलती की वजह से हो रहा है. अगर सरकार ने पहले इस दिशा में कोई कदम उठाया होता, तो आज हमें ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता. किसान लगातार अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं. हम बतौर विपक्षी सरकार को याद दिला रहे हैं कि उन्हें किसानों के हित की दिशा में कदम उठाना होगा.”

मंडी सचिव हरजीत सिंह ने भी इस पर बयान दिया है. उन्होंने कहा, “हम कोशिश कर रहे हैं कि अनाजों की उठान हो. हम इसके लिए वाहन की संख्या बढ़ा रहे हैं. इस बार खरीददारी में देरी हुई है. मैं किसानों से आग्रह करूंगा कि वे एक-दो दिन देरी में अनाज लेकर आए, तब तक हम मंडी में उठान कर सकें. अनाज की आमद में इस बार तेजी देखने को मिली है. मैं किसानों को आश्वस्त करता हूं कि सभी की फसल खरीदी जाएगी.”

एसएचके/एकेजे