महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों के आवासों पर सुरक्षा बढ़ाई गई

मुंबई, 13 अक्टूबर . राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या से पूरे शहर में शोक की लहर है. इस बीच दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल इलाके में स्थित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के सरकारी आवासों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

पुलिस ने मालाबार हिल इलाके में कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा के लिए बैरिकेड्स लगाने के आदेश दिए हैं. शनिवार रात बाबा सिद्दीकी की हत्या तीन लोगों ने की थी. हत्या में शामिल एक आरोपी हरियाणा और दूसरा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा फरार है.

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के नाम शिवा, धर्मराज और गुरमेल हैं. शिवा और धर्मराज उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले हैं. इन दोनों का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, जबकि गुरमेल हरियाणा का रहने वाला है. धर्मराज और गुरमेल को गिरफ्तार कर लिया गया है. शिवा फरार है. बताया जा रहा है कि उसे इस हत्या की सुपारी दी गई थी.

राकांपा (एनसीपी) मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी केवल गृह मंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी है. एक हफ्ते पहले एनसीपी के बायकुला प्रमुख की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. कल (शनिवार को) बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई. यह मुंबई पुलिस के लिए चुनौती है. ये लड़के 10 हजार से 20 हजार रुपये लेकर लोगों को मारने के पीछे पड़े हैं. यह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग है. पुलिस को खुली छूट दी जानी चाहिए. इसकी जिम्मेदारी सिर्फ गृह मंत्री की नहीं बल्कि मुख्यमंत्री की भी है.

भुजबल ने उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा मुंबई पुलिस से बाबा सिद्दीकी और एनसीपी के बायकुला प्रमुख सचिन कुर्मी की हत्या की जांच के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है. बाबा सिद्दीकी की मुंबई में अज्ञात लोगों द्वारा अंधाधुंध गोली मारकर हत्या कर देने की खबर बेहद चौंकाने वाली और मन को झकझोर देने वाली है. सचिन कुर्मी की हत्या को अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ है, यह घटना बेहद चिंताजनक है. देवेंद्र फडणवीस और मुंबई पुलिस से मेरी अपील है कि वे इन दोनों मामलों की जांच करने के लिए तत्काल कदम उठाएं. बाबा सिद्दीकी को भावभीनी श्रद्धांजलि!

भुजबल ने कहा कि वह बाबा सिद्दीकी को कई सालों से जानते हैं. उन्हें धमकियां मिलने के बाद ‘वाई’ सिक्योरिटी दी गई थी. हालांकि, उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली. इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि उन्हें धमकी किसने दी थी.

भुजबल ने कहा, “महाराष्ट्र पुलिस का बड़ा नाम है और इसे खराब नहीं किया जाना चाहिए. आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए. गृह मंत्री और राज्य सरकार को पुलिस के पीछे खड़ा होना चाहिए. पुलिस का साहस बढ़ाया जाना चाहिए. इसमें कोई राजनीति नहीं है. ऐसा कोई इतिहास नहीं है कि कांग्रेस छोड़ने के बाद किसी की हत्या हुई हो. हत्या जबरन वसूली या व्यापार के कारण हुई हो सकती है. पुलिस को खुली छूट दी जानी चाहिए. मामले की जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए और अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए.”

एफजेड/