नई दिल्ली, 12 अक्टूबर . भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने शनिवार को से बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, आरएसएस चीफ मोहन भागवत के बयानों पर प्रतिक्रिया दी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा पर दिए विवादित बयान पर भाजपा नेता अजय आलोक ने कहा, “कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन की बात का हम लोग बुरा नहीं मानते हैं. क्योंकि, वह अब बुजुर्ग हो चुके हैं, उनकी समस्या उनकी मानसिकता है. जब बाटला एनकाउंटर हुआ तब वह पार्टी की शीर्ष नेता से क्यों नहीं पूछते थे कि मैडम आप आतंकवादियों के रोने पर आंसू क्यों बहा रही हैं. वह कह रहे हैं कि भाजपा आतंकवादियों का पार्टी हैं. मैं कहना चाहता हूं कि हर उस व्यक्ति के लिए आतंकी हैं जो भारत से दुर्व्यवहार की कोशिश करता है.”
‘सामना’ में लिखा है कि भाजपा की जहां-जहां सरकार है वहां दलितों पर अत्याचार हो रहा है. इस पर भाजपा नेता ने कहा, “संजय राउत के बारे में मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है कि देश उनके प्रति किस प्रकार की भावना रखता है. वह एक नकारात्मक व्यक्ति हैं, जिस पर कमेंट करने की आवश्यकता नहीं है.”
अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा नेता ने कहा, “अखिलेश यादव कह रहे हैं कि क्या मुसलमानों का भारत की आजादी में योगदान नहीं है. मुसलमानों का भारत की आजादी में बहुत योगदान है. पहले अंग्रेजों से अखंड भारत को आजाद करवाया, फिर मुसलमानों ने पाकिस्तान बनाकर हिन्दुस्तान से भी आजादी ले ली. मुस्लिमों का भारत की आजादी में डबल योगदान है. मुसलमानों को कोई बांट नहीं सकता है. वह अपने समुदाय के प्रति जागरूक हैं.”
रेलवे पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर भाजपा नेता ने कहा, “भारतीय रेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत आगे जा रही है. भारत के लोगों को इससे लाभ हो रहा है. रेलवे स्टेशन से लेकर प्लेटफार्म में सुधार हुआ है जो राहुल गांधी की सरकार सोच नहीं सकती थी.”
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कोलकाता आरजी कांड का जिक्र किया. इस पर भाजपा नेता ने कहा, “बंगाल में अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है. पहले यह सब बिहार, उत्तर प्रदेश में होता था. धर्म के नाम पर अपराधियों को संरक्षण देने से किसी का भला नहीं होने वाला है.”
उन्होंने कहा, “इस देश में भी कई ऐसी शक्तियां हैं जो भारत की प्रगति नहीं चाहती हैं. अमेरिका, चीन क्यों चाहेगा कि भारत आगे बढ़े. कभी भारत लाखों करोड़ रुपए के हथियार खरीदता था, आज दूसरे देशों को बेच रहा है.”
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डीकेएम/एएस