विंबलडन से लाइन जज की खामोश विदाई

लंदन, 12 अक्टूबर . ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब ने बुधवार को घोषणा की कि विंबलडन 2025 से लाइन जजों की जगह इलेक्ट्रॉनिक लाइन कॉलिंग तकनीक का इस्तेमाल करेगा. घोषणा के बाद, 1982 से टूर्नामेंट में अंपायरिंग कर रही लाइन जज वेंडी स्मिथ बेहद दुखी हैं और उनका दावा है कि उन्हें टेनिस के मक्का को अलविदा कहने का मौका नहीं मिला.

वेंडी ने द गार्जियन को बताया, “यह सोचकर दुख होता है कि मेरे पास ऐसा पल फिर कभी नहीं होगा. मैं सेंटर कोर्ट पर नहीं खड़ी हो पाऊंगी. और मैं चाहती हूं कि वे हमें इस साल के टूर्नामेंट से पहले बता देते ताकि हमें अलविदा कहने का मौका मिलता. मैं हमेशा टेनिस से प्यार करूंगी, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं अब एक दर्शक के रूप में विंबलडन में जा पाऊंगी. वहां वैसा माहौल नहीं होगा.”

‘लाइव इलेक्ट्रॉनिक लाइन कॉलिंग’ (लाइव ईएलसी) के नाम से जानी जाने वाली आधिकारिक तकनीक सभी चैंपियनशिप और क्वालीफाइंग मैच कोर्ट में लागू होगी और इसमें ‘आउट’ और ‘फॉल्ट’ कॉल शामिल होंगे जो पहले लाइन जजों द्वारा किए जाते थे.

वेंडी ने आगे बताया कि समाचार में चौंकाने वाले बदलावों को सुनकर वह ‘हतप्रभ’ हो गई थी.

“एक मानव लाइन जज इतना कुछ कर सकता है जो कंप्यूटर नहीं कर सकता. हम निश्चित रूप से टेनिस की परंपराओं को बनाए रखते हैं – मुझे लगता है कि हम कोर्ट को पूरी तरह से तैयार करके रखते हैं. और दर्शक खेल के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं जब वे लाइन जज और चेयर अंपायर के बीच चर्चा देख सकते हैं. यह सब खो जाएगा.

उन्होंने कहा, “इसलिए जब मैंने बुधवार को सुना कि टूर्नामेंट में हम लाइन जजों की जगह इलेक्ट्रॉनिक लाइन कॉलिंग की जा रही है, तो मैं हतप्रभ रह गई. यह और भी दुखद था क्योंकि मुझे तब पता चला जब समाचार में इसकी घोषणा की गई और मेरे फोन पर लोग यह पूछने लगे कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं. “

आरआर/