नई दिल्ली, 11 अक्टूबर . नेता विपक्ष के पद के रोटेशन की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने कहा कि विपक्ष ऐसा नहीं चाहता है.
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है विपक्ष तो ऐसा नही चाहता है. विपक्ष एक साथ है. नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी हैं और वह ही रहेंगे. वह एक बड़े दल के नेता है.
उन्होंने आगे कहा, “ये बात इंडिया गठबंधन के घटक दलों से नहीं भाजपा से निकली होगी. अगर भाजपा के नेता इस तरह की गैर जिम्मेदाराना बात करेंगे तो 2029 के लोकसभा चुनाव में इनको नेता विपक्ष बनने लायक भी सीटें नहीं मिलेगी. आने वालों चुनावों में जनता ने भाजपा को खारिज करने का मन बना लिया है. आने वाले समय में राहुल गांधी नेता सदन बन सकते है. यहीं लोकतंत्र की खूबसूरती है. ऐसी हरकत भाजपा के नेताओं को शोभा नहीं देती है.”
नेता विपक्ष के पद के रोटेशन को लेकर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा था कि अगर विपक्ष को यह लगता है कि राहुल गांधी नेता विपक्ष का पद नहीं संभाल पा रहे हैं और उन्हें इस तरह से बदलाव लाना चाहिए, तो यह उनका अंदरूनी मामला है. रोटेशन की बातें मैंने भी सुनी हैं.
वहीं भारतीय जनता पार्टी महासचिव और जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरुण चुघ ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में मिली हार बताती है कि जनता को इनके नेता, नीति और नीयत पर विश्वास नहीं है. कांग्रेस के युवराज की पंद्रहवीं लॉन्चिंग एक बार फिर असफल रही है. जो लोग अपने अहंकार और वंशवाद के चलते पार्टी की नीतियों और विचारधारा को दरकिनार कर चुके हैं, वही आज निर्णय लेने की बात कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी की विवेकहीनता का बोझ कांग्रेस और देश उठा रहा है. जनता ने स्पष्ट रूप से राहुल गांधी और कांग्रेस की तुष्टिकरण, जातिवाद को बढ़ावा देने वाली सोच, विदेश में भारत को बदनाम करने और टुकड़े-टुकड़े गैंग की राजनीति को नकार दिया है. कांग्रेस के पास न तो नेता हैं, न नीति, और न ही कोई सच्ची नीयत है.”
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एकेएस/एएस