गरीबी रेखा के नीचे रहने वाली महिलाओं के लिए चलाया गया स्वास्थ्य अभियान

नोएडा, 11 अक्टूबर . नोएडा के अलग-अलग इलाकों में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाली महिलाओं के लिए एक स्वास्थ्य अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत मलिन बस्तियों, सरकारी स्कूलों, गांव और झुग्गी झोपड़ी में महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को शिविरों में मौजूद महिला डॉक्टरों ने सुना और उनका समाधान किया. साथ ही साथ इन महिलाओं को अच्छे स्वास्थ्य के प्रति सचेत और जागरूक किया गया. इस शिविर का समापन शुक्रवार को राम नवमी के दिन हुआ है.

इस नवरात्रि कई मंदिरों में देवी दुर्गा की भव्य आराधना हुई, वहीं शीविंग्स फाउंडेशन और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने पूजा का एक अनूठा तरीका अपनाया. गौतमबुद्ध नगर में 11 हजार से अधिक गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला. इन शिविरों में विभिन्न स्थानों पर लगभग 11,300 महिलाएं लाभान्वित हुईं.

इन स्वास्थ्य शिविरों को सदरपुर, नोएडा कन्या इंटर कॉलेज भंगेल, भंगेल गांव, सलारपुर गांव, सेक्टर 10 स्लम, आर्ष कन्या गुरुकुल सोरखा गांव, सेंचुरी अपार्टमेंट, सेक्टर 100 नोएडा, रजापुर ब्लॉक, जिला गाजियाबाद, चेतराम शर्मा इंटर कॉलेज, आगापुर के पास की झुग्गियां, फिल्म सिटी नाले के पास की झुग्गियां, सूरजपुर, मामूरा गांव और सेक्टर 12 नोएडा सरकारी जूनियर हाई स्कूल और गेझा में लगाया गया था.

इन शिविरों को लगाने का उद्देश्य यह था कि जिन जगहों पर महिलाएं अपनी परेशानी और अपनी समस्या खुलकर किसी को नहीं बता पाती, वह महिला डॉक्टर के सामने अपनी समस्या का समाधान पा सकती है. इसके साथ ही बड़े अस्पताल में जाने से भी यह महिलाएं कतराती हैं. इन शिविरों के जरिए न केवल जागरूकता फैलाई गई बल्कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं को सस्ती और सुलभ चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान की गई.

इन शिविरों में मौजूद महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दीपा गुप्ता ने महिलाओं की सेहत से संबंधित जांच की और बहुत सारी भ्रांतियों को भी दूर भी किया. वहीं डॉ. ख़ुशबू जैन ने बताया कि मरीजों की देखभाल के दौरान धैर्य और समझ की जरूरत होती है, खासकर जब स्थिति तनावपूर्ण हो. हमारी टीम ने इसी समझ के साथ काम किया. इस कैंप में शामिल डॉ. नारवीर और डॉ. मनीषा शर्मा ने घरेलू महिलाओं पर पड़ने वाले मानसिक और शारीरिक दबाव की ओर ध्यान दिलाया है. उनका कहना था, “महिलाओं का स्वास्थ्य उनके परिवार के स्वास्थ्य से जुड़ा है. अगर महिलाएं स्वस्थ नहीं रहेंगी, तो उनके परिवार का स्वास्थ्य भी प्रभावित होगा.”

इस शिविर में प्रारंभिक चरण में बीमारियों का निदान, निःशुल्क परामर्श और सरकारी कार्यक्रमों के माध्यम से सस्ती सेवाओं का मार्गदर्शन किया गया. इसके साथ ही गर्भावस्था की जटिलताओं, पीसीओएस/पीसीओडी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का निदान और समाधान भी किया गया. इस मौके पर शीविंग्स फाउंडेशन के संस्थापक, मदन मोहित भारद्वाज ने बीपीसीएल का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे साथ जुड़ी प्रसिद्ध समाजसेवी पूनम यादव और विभा रावत ने हजारों महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया है. हम इस प्रयास के जरिए ‘स्वस्थ परिवार, खुशहाल देश’ की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं.”

पीकेटी/एएस