नई दिल्ली, 11 अक्टूबर . अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भी दिल्ली के ‘फ्री की रेवड़ी’ वाले मॉडल ने एंट्री मार ली है. ऐसा दावा आम आदमी पार्टी (आप) का करना है. यहां तक कि पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल की तारीफ के पुल बांधने में जुटे हैं.
दरअसल, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो शेयर किया है. दोनों नेताओं ने ट्रंप के बिजली वाले ऐलान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. इसके साथ ही ट्रंप के ‘फ्री बिजली बिल’ के बयान से ‘आप’ गदगद नजर आई और अपनी तारीफ के पुल बांध रही है.
एक तरफ जहां दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमेरिका में मुफ्त की रेवड़ी पहुंचेगी. वहीं, आप नेता राघव चड्ढा ने कहा केजरीवाल का शासन का मॉडल सस्ती बिजली, मुफ्त पानी, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और मुफ्त विश्व स्तरीय शिक्षा, सही मायने में ‘कल्याणवाद’ का एक शानदार उदाहरण है.
आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रंप का वीडियो शेयर किया है, जिसमें अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार ट्रंप ने मिशिगन में एक चुनावी कैंपेन में कहा कि मैं 12 महीनों के भीतर बिजली की कीमत आधी कर दूंगा. हम अपने पर्यावरण संबंधी अनुमोदनों में तेजी से गंभीरता लाएंगे और अपनी बिजली क्षमता को जल्दी से दोगुना कर देंगे. इससे मुद्रास्फीति कम होगी और अमेरिका और मिशिगन फैक्ट्री बनाने के लिए धरती पर सबसे अच्छी जगह बनेंगे.
बता दें कि अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. भारत की ही तरह अमेरिका में चुनावी अभियान में नागरिकों से कई लोकलुभावन वादे किए जा रहे हैं.
इसी वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए केजरीवाल ने लिखा, ”ट्रंप ने घोषणा की है कि वे बिजली की दरें आधी कर देंगे. अमेरिका में मुफ्त की रेवड़ी पहुंचेगी…”
डोनाल्ड ट्रंप का वीडियो आप सांसद राघव चड्ढा ने भी एक्स पर शेयर किया. उन्होंने लिखा, ”ट्रंप ने बिजली बिलों पर 50 प्रतिशत छूट देने की बात कही है. इससे पता चलता है कि अरविंद केजरीवाल ने कैसे विश्व स्तर पर शासन के लिए मानक स्थापित किए हैं. उनका शासन का मॉडल सस्ती बिजली, मुफ्त पानी, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और मुफ़्त विश्व स्तरीय शिक्षा, सही मायने में ‘कल्याणवाद’ का एक शानदार उदाहरण हैं. दुनिया का ध्यान इस पर है.”
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एसके/