नई दिल्ली, 11 अक्टूबर . वैश्विक वस्तु व्यापार की वृद्धि वर्ष 2025 में प्रारंभिक अनुमान से कम मानी जा रही है. विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने कहा है कि बढ़ती अस्थिरता आर्थिक गतिविधियों पर लगातार दबाव डाल रही है और शिपिंग को लेकर बाधा आने का खतरा बना हुआ है.
अगले वर्ष कुल व्यापार की मात्रा में 3 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जो कि पांच महीने पहले देखी गई 3.3 प्रतिशत वृद्धि से कम है. इस वर्ष के विस्तार को थोड़ा संशोधित करके 2.7 प्रतिशत कर दिया गया है.
जेनेवा स्थित संगठन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, “क्षेत्रीय संघर्षों, भू-राजनीतिक तनावों और नीतिगत अनिश्चितता के जोखिम के कारण वस्तु व्यापार में वृद्धि पूर्वानुमान को कम किया गया है.”
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मध्य पूर्व में संघर्ष बढ़ने से शिपिंग में पहले से अधिक बाधा आ सकती है और पेट्रोलियम उत्पादन में इस क्षेत्र के महत्व को देखते हुए ऊर्जा की कीमतें बढ़ सकती हैं.
यूक्रेन में रूस का युद्ध तथा गाजा और लेबनान में इजरायल की बढ़ती लड़ाई से वैश्विक अर्थव्यवस्था में और अधिक अस्थिरता आने का खतरा बना हुआ है. वहीं, कई केंद्रीय बैंकों ने मुद्रास्फीति को कम करने के बाद, अधिक मंदी से बचने के लिए ब्याज दरों में कटौती शुरू कर दी है.
विश्व व्यापार संगठन के मुख्य अर्थशास्त्री राल्फ ओसा ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि चीन और अमेरिका के बीच होने वाला व्यापार कनेक्टर देशों से होकर गुजर रहा है. इसमें वियतनाम और मैक्सिको हैं.
उन्होंने आगे कहा, “जो व्यापार पहले द्विपक्षीय रूप से होता था, वह अब पहले से लंबा रास्ता अपना रहा है. इसलिए यह स्पष्ट रूप से एक बदलाव को दर्शाता है.”
रिपोर्ट में क्षेत्र और भौगोलिक स्थिति के आधार पर व्यापार वृद्धि की बदलती गति को दिखाया गया है.
विश्व व्यापार संगठन ने कहा कि 2024 की पहली छमाही के दौरान, विश्व माल व्यापार का मूल्य केवल 0.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि जनवरी से मार्च तक वाणिज्यिक सेवाओं में व्यापार एक साल पहले की तुलना में 8 प्रतिशत बढ़ा है.
प्रारंभिक आंकड़े बताते हैं कि दूसरी तिमाही में भी अपेक्षाकृत मजबूत वृद्धि जारी रहने की संभावना है.
डब्ल्यूटीओ ने कहा कि सेवा व्यापार में वृद्धि को बढ़ावा देने वाला एक डिजिटल परिवर्तन है जिसने सीमाओं के पार कुछ सेवाओं के व्यापार की क्षमता को बढ़ा दिया है. संगठन ने कहा कि डिजिटल रूप से वितरित सेवाएं कुल सेवा निर्यात का 54 प्रतिशत से अधिक और 2023 में वस्तुओं और सेवाओं के सभी निर्यात का लगभग 14 प्रतिशत थीं.
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एसकेटी/एएस