गाजियाबाद, 10 अक्टूबर . गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक लाख के इनामी आरोपी जावेद को गिरफ्तार किया है. उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था. जिसके बाद उसे आईजीआई एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन के दौरान रोक लिया गया. बताया जा रहा है कि उसके पास दुबई में करोड़ों का बंगला और कई लग्जरी गाड़ियां भी है.
तीसरी क्लास तक पढ़ाई करने वाला जावेद भारत के आधा दर्जन राज्यों में गैंग चलाकर मोबाइल टावर से चोरी रेडियो रिसीवर यूनिट (आरआरयू) खरीदकर चीन, दुबई और हांगकांग भेजता था. जिसे लाखों रुपए में बेचा जाता था. इस गैंग को गाजियाबाद पुलिस ने मई में पकड़ा था. उसी समय से जावेद दुबई भाग गया था. उसके पास से 35 लाख रुपए का माल बरामद हुआ है.
पुलिस के मुताबिक 3 मई को क्राइम ब्रांच पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में जियो व एयरटेल के मोबाइल टावरों से बैटरी, आरआर यूनिट व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चोरी करने वाले शातिर अपराधियों के अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था और 7 फरार थे. इस गिरोह का सरगना जावेद मीरापुरिया दुबई भाग गया था. जिसकी गिरफ्तारी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया था.
क्राइम ब्रांच के मुताबिक 8 अक्टूबर की रात को जावेद उर्फ जावेद मीरापुरिया दुबई जाने की फिराक में था, उसी समय इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट से दिल्ली पुलिस को सूचना मिली. इस पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने जावेद को हिरासत में लिया और गाजियाबाद पुलिस को सूचित किया.
क्राइम ब्रांच ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि जावेद मीरापुरिया ने कक्षा-3 तक पढ़ाई की है. उसके 2 भाई व 5 बहनें हैं, जावेद के पिता फेरी का काम करते थे. पढाई छोड़कर वह भी पिता के साथ कम्प्यूटर के कबाडे़ का काम सीखने लगा. इसके बाद जावेद ने खुद का काम शुरू कर दिया. बाद में वह मोबाइल के कबाड़ को चीन में सप्लाई करने लगा.
लॉकडाउन के बाद 2020 में दिनेश नाम का व्यक्ति, जो आरआरयू के कबाड़ का काम करता था, मुस्तफाबाद में जावेद से मिला और उसने बताया कि आरआरयू को तोड़कर बेचने के बजाय पूरा सप्लाई करने पर प्रत्येक सामान पर 8,500 रुपए मिलेगे. जावेद ने आसपास के मार्केट से आरआरयू इकट्ठा करके दिनेश को बेचना शुरू कर दिया. दिनेश इस माल को दुबई भिजवाता था.
इसी बीच दिनेश चोरी के आरआरयू मामले में आगरा से जेल चला गया तो जावेद ने दिनेश के साथ काम करने वाले लड़के से दुबई का पता लिया और दुबई चला गया. वहां जाकर लेवल-3 कंपनी के मालिक अलीमुद्दीन, जो हैदराबाद का रहने वाला था, से मुलाकात की और उसे डायरेक्ट माल अपने फर्म कशफ इंटरप्राइजेज के नाम से भेजने लगा.
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पीकेटी/एबीएम