नई दिल्ली, 10 अक्टूबर . हुंडई इंडिया की ओर से ऐलान किया गया है कि कंपनी की योजना 2028 तक अपनी कार उत्पादन क्षमता को 30 प्रतिशत बढ़ाकर 11 लाख यूनिट्स करने की है, जो कि फिलहाल 8,24,000 है. कंपनी इसके लिए पुणे यूनिट में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इसके साथ पुणे में एक नया कार उत्पादन प्लांट भी लगाया जाएगा.
कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि इससे कंपनी की वॉल्यूम में इजाफा होगा और घरेलू एवं निर्यात बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी.
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के आईपीओ के लिए बुलाई गई प्रेस वार्ता के दौरान कंपनी ने सीईओ किम उन्सू ने कहा कि 2023 से 2032 के दौरान एचएमआईएल की ओर से भारत में 32,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. कंपनी इस दौरान इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में अपनी क्षमता बढ़ाने और प्रीमियम उत्पादों पर ध्यान देगी. भारत में कंपनी के लिए एसयूवी सेगमेंट में काफी अवसर हैं.
कंपनी ने कहा कि हमारे पास वैश्विक बाजारों में बहुत मजबूत अनुभव था, इसलिए हम वास्तव में यह पहचानने में सक्षम हुए कि एसयूवी के लिए भारतीय बाजार में बड़ी संभावनाएं हो सकती हैं और आप देख सकते हैं कि एसयूवी सेगमेंट बीते कुछ वर्षों में कितना बढ़ गया है.
जानकारी के मुताबिक, हुंडई की ओर से भारत में ऑपरेशन क्षमता बढ़ाने के साथ नई एडवांस टेक्नोलॉजी और आरएंडडी में निवेश किया जाएगा. हुंडई मोटर इंडिया, भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ लाने जा रही है. यह 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक आम निवेशकों के लिए खुलेगा. इसका प्राइस बैंड 1,865 रुपये से लेकर 1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
यात्री वाहन सेगमेंट में मार्केट शेयर के हिसाब से हुंडई मोटर इंडिया, भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. ग्रैंड आई10, एनआईओएस, आई20, आई20 एन लाइन, ऑरा, एलांट्रा, वेन्यू, वेन्यू एन लाइन, वेरना, क्रेटा, क्रेटा एन लाइन, अल्काजार, टक्सन और ऑल-इलेक्ट्रिक एसयूवी आईओएनआईक्यू 5 कंपनी के प्रमुख मॉडल हैं.
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