बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ये खिलाड़ी होंगे टीम इंडिया के ‘एक्स फैक्टर’

मुंबई, 9 अक्टूबर . भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबले से पहले हर बार की तरह, इस बार भी बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है. नवंबर में खेले जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर दोनों टीमों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. इस बीच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉटसन ने टीम इंडिया को लेकर काफी बयान दिए. उन्होंने कुछ ऐसे खिलाड़ियों के नाम लिए, जो ऑस्ट्रेलिया के घर में उनके लिए बड़ी परेशानी का सबब रहेंगे.

मुंबई में इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के लॉन्च पर मंगलवार को वॉटसन ने कहा, “ऋषभ पंत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चमकने के लिए तैयार हैं, जो इस साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में शुरू होगी. अगर ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह सही लय में रहे तो वे ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए उनके घरेलू मैदान में बड़ी चुनौती बन सकते हैं.”

उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के पास युवा यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ऐसे दो बल्लेबाज हैं जो ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण की कठिन परीक्षा ले सकते हैं.

वॉटसन ने कहा, “भारतीय बल्लेबाज जैसी क्षमता से परिपूर्ण है उसे देखते हुए मुझे नहीं लगता कि ऐसी कोई वजह है कि वो बिना कोई गलती किए तेजी से रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया पर दबाव न बना सकें. हमने जायसवाल को ऐसा करते देखा है और पंत काफी पहले से ऐसे ही खेलते आए हैं.”

हालांकि, बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया के ‘एक्स फैक्टर’ के रूप में जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत को चुना जो ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा चुनौती दे सकते हैं. पिछले दौरे पर गाबा की ऐतिहासिक जीत के दौरान ऋषभ पंत की पारी आज भी क्रिकेट फैंस के जेहन में ताजा है. पंत ने ऑस्ट्रेलिया में 12 टेस्ट पारियों में 72.13 के स्ट्राइक रेट से 624 रन बनाए हैं.

बुमराह को लेकर वॉटसन ने कहा, “बुमराह भी ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में घातक साबित हो सकते हैं. हालांकि, वह हर परिस्थिति में बढ़िया गेंदबाज हैं. विकेट लेने की उनकी क्षमता लाजवाब है और वह निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया में भी प्रभावी साबित होंगे. अगर इन दोनों खिलाड़ियों के लिए यह श्रृंखला बेहतर रहती है तब मुझे लगता है कि वे ऑस्ट्रेलिया को वास्तव में कड़ी चुनौती दे सकते हैं.”

बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में सात टेस्ट मैच खेलते हुए 21.25 की औसत से 32 विकेट चटकाए हैं. हालांकि चोटिल होने के चलते वह 2020-21 की श्रृंखला नहीं खेल पाए थे.

एएमजे/आरआर