सत्ता विरोधी लहर के बावजूद हरियाणा में अप्रत्याशित नतीजे, कांग्रेस के लिए समीक्षा का विषय : प्रियंका चतुर्वेदी

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर . हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनावी नतीजों को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रतिक्रिया जाहिर की है.

उन्होंने कहा कि हरियाणा के अंदर कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. ऐसा क्यों हुआ और कैसे हुआ ये समीक्षा का विषय है. जनता का विश्वास जीतने में कहां कमी रह गई. इसका आकलन कांग्रेस पार्टी जरूर करे. जनता ने सत्ता विरोध लहर और आक्रोश के बावजूद भाजपा पर भरोसा जताया है. ऐसे में ये कांग्रेस के लिए आत्मचिंतन का विषय है.

उन्होंने कहा, “हरियाणा के नतीजे चौंकाने वाले हैं. किसान हताश थे, वहां की महिलाएं तकलीफ में थी लेकिन सत्ता विरोधी लहर के बावजूद लोगों ने भाजपा को चुना है. भाजपा को चुनाव से ठीक पहले सीएम को बदलना पड़ा. लोगों को लग रहा था कि प्रदेश में सरकार बदलेगी लेकिन तीसरी बार हरियाणा में भाजपा ने सत्ता में वापसी की है. कांग्रेस की ओर से कहां गलतियां हुई हैं, इसपर आत्मचिंतन होना चाहिए. मध्य प्रदेश के बाद हम हरियाणा में देख रहे है कि भाजपा से सीधे मुकाबले में कांग्रेस पार्टी कमजोर नजर आ रही है. सरकार नहीं बदल पाए हैं. कहीं ना कहीं उन्हें अपनी रणनीति बदलनी होगी.”

उन्होंने कहा कि दस साल बाद जम्मू कश्मीर में जनता ने बढ़चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया. जनता ने भाजपा के खिलाफ जनादेश दिया है. भाजपा को अब यह समझना जरूरी है कि जम्मू और कश्मीर में जिस तरह से वो प्रचार कर रहे थे, उसमें वो फेल हुए है. कांग्रेस एनसी गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया है. मैं उमर अब्दुल्ला, फारुख अब्दुल्ला और कांग्रेस पार्टी को बधाई देना चाहूंगी. दोनों दलों को जनता के जनादेश का सम्मान करते हुए जवाबदेह सरकार का गठन करते हुए जम्मू कश्मीर में विकास यात्रा को आगे बढ़ाना चाहिए.

प्रियंका ने महाराष्ट्र चुनाव की रणनीति पर बात करते हुए कहा, “हम लोग महाराष्ट्र महाविकास आघाडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगे. हम लोग इसके लिए तैयारियों में जुटे हुए है. यहां की मौजूदा सरकार ने महाराष्ट्र की जनता को केवल तकलीफ देने का काम किया है और राज्य को दिवालिया के कगार पर ला खड़ा किया है. भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. महंगाई चरम सीमा पर है. इन मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाने वाले है. महाविकास आघाडी गठबंधन में हम लोग साथ चुनाव लड़ेंगे.”

एकेएस/एएस