नई दिल्ली, 6 अक्टूबर . दवा की दुकानों या अस्पतालों में आपको हर बीमारी की दवा बड़ी आसानी से मिल जाएगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई किसी मेडिकल स्टोर से कम नहीं है. रसोई घर में ऐसे कई खास मसाले हैं जिनके फायदों के बारे में शायद आपको नहीं पता कि वह आपकी सेहत के लिए कितने लाभकारी साबित हो सकते हैं.
आज हम आपको कुछ ऐसे मसालों के बारे में जानकारी देंगे जिसके फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. सबसे पहले हम गुणों का खजाना हल्दी की बात करेंगे. हल्दी को नानी-दादी के नुस्खों में भी सबसे ऊपर रखा जाता है. हल्दी पुराने दर्द में आराम देने के साथ चोट के दर्द में भी राहत देने का काम करती है. हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक के गुणों से भरपूर होती है. दूध के साथ इसका सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. यह सर्दी-खांसी में तो आराम देती ही है, अस्थमा जैसी बीमारी पर भी काम करती है. हल्दी बीमारियों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने का भी काम करती है.
रसोई के दूसरे मसालों पर नजर डालें तो काली मिर्च गुणों की खान है. इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होने के साथ काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल और गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव के साथ कई तरह के गुण पाए जाते हैं, जो व्यक्ति को मौसमी बीमारियों से बचाते हैं.
इसके बाद बारी आती है बेहद ही खास दालचीनी की. यह भोजन में तो इस्तेमाल होती ही है, संक्रामक बीमारियों के खिलाफ एंटीवायरल और एंटीफंगल के तौर पर भी काम करती है. इसे मोटापे के साथ गैस की समस्या के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. यह इम्युनिटी बढ़ाने का भी काम करती है. कोविड के समय में लोगों ने इसका खूब इस्तेमाल किया.
लौंग की बात करें तो इसे चाय और भोजन से लेकर कई चीजों में इस्तेमाल किया जाता है. लौंग में हाई मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इसे खास बनाते है. नियमित तौर पर लौंग का सेवन करने से यह आपको बैक्टीरिया और वायरस से बचाएंगी.
जायफल अनिद्रा और जोड़ों के दर्द में राहत देने के साथ वजन घटाने में भी मददगार है. यह इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है.
अब बात करते हैं सबसे गुणकारी मेथी के बीज के बारे में, जो सभी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करनी चाहिए. प्राकृतिक एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर मेथी के बीजों का आप सब्जी में इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे रात भर पानी में भिगोकर इसका पानी पीने से कई लाभ होते हैं.
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एमकेएस/एकेजे