2011 की विश्व कप जीत में युवराज के अलावा भारत के ‘ट्रंप कार्ड’ थे जहीर खान

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर . भारत की 28 साल बाद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में मिली विश्व कप जीत में युवराज सिंह ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था. लेकिन, इस जीत में एक खिलाड़ी ऐसा भी था जिसने अपनी गेंदबाजी से इतिहास को संभव कर दिखाया. यह गेंदबाज और कोई नहीं बल्कि जहीर खान थे, जिन्होंने विश्व कप में संयुक्त रूप में सर्वाधिक 21 विकेट लिए थे.

‘जैक’ भारतीय तेज गेंदबाजी इकाई के सचिन तेंदुलकर थे. कप्तान बदले, वक्त बदला लेकिन यह गेंदबाज उस दौर का ‘गोल्डन लेफ्ट ऑर्म’ था, जिसने कई वर्षों तक भारतीय टीम में लीड फास्ट बॉलर की भूमिका निभाई.

वैसे क्रिकेट में बल्लेबाजी को लोग काफी पसंद करते है और यह एक रोमांचक पहलू भी बना हुआ है. लेकिन दर्शक आज भी पुराने समय को देखने के लिए उत्सुक रहते है जहां गेंदबाजों का दबदबा रहा था. जहां रिवर्स स्विंग हर मैच में देखने को मिलती थी और उस दौर में जहीर खान का सिक्का चलता था.

भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान सोमवार यानी 7 अक्टूबर 2024 को अपना 46वां जन्मदिन मनाएंगे. महाराष्ट्र के श्रीरामपुर में साल 1978 में जन्मे जहीर खान को ‘जैक’ भी कहा जाता है. उनका मन इंजीनियर बनने का था, लेकिन किस्मत ने उन्हें स्टार क्रिकेटर बना दिया.

वैसे तो उन्होंने अपने करियर में खूब वाहवाही लूटी लेकिन विश्व कप 2011 में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा था और वे हर बार टीम के लिए गेंदबाजी विभाग में संकटमोचक बनकर उभरते थे. जब-जब कप्तान को विकेट की जरूरत पड़ती उनकी उम्मीद इस गेंदबाज से होती थी और खास बात यह है कि वो इसमें सफल भी होते थे.

जहीर ने अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भारत की ओर से खेलते हुए कुल 92 टेस्ट और 200 वनडे मैच खेले. इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 311 और वनडे मैचों में 282 विकेट हासिल किए. साथ ही 17 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके जहीर खान ने अपनी गेंदबाजी का लोहा उस समय दुनिया के हर क्रिकेट खेलने वाले देश में मनवाया था. जैक ने ही ‘नकल बॉल’ का आविष्कार किया था.

आईपीएल में कई टीमों के लिए खेलने वाले जहीर ने अपना आखिरी मैच 2017 में दिल्ली के लिए खेला था. उस समय वह टीम के कप्तान भी थे. मौजूदा समय में वह लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर की भूमिका में नजर आएंगे.

एएमजे/आरआर