‘हार नहीं मानूंगा’ – जहां हुआ था हमला, ट्रंप ने वहीं किया समर्थकों को संबोधित

न्यूयॉर्क, 6 अक्टूबर . रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप शनिवार को पेन्सिलवेनिया के बटलर शहर में उस जगह पर गए जहां 12 सप्ताह पहले (13 जुलाई को) उनकी हत्या की कोशिश की गई थी. उन्होंने इसे एक ‘पवित्र स्थान’ बताया और कहा कि ईश्वर के हस्तक्षेप से वह बच गए. इस दौरान ट्रंप के साथ टेस्ला के मालिक एलन मस्क भी मौजूद थे.

पूर्व राष्ट्रपति ने बड़ी संख्या में मौजूद अपने समर्थकों को इस दौरान संबोधित भी किया. उन्होंने उन ’16 भयावह सेकंड’ को याद किया जब सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने उन्हें घेर लिया.

रिपब्लिकन उम्मीदवार ने कोरी कॉम्पेरेटोरे को श्रद्धांजलि दी, जिनकी इस हमले में मौत हो गई थी.

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, “मैं कभी हार नहीं मानूंगा, कभी झुकूंगा नहीं, कभी नहीं टूटूंगा, यहां तक ​​कि मौत के सामने भी नहीं.”

ट्रंप के साथ मौजूद मस्क ने भी भाषण दिया. उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप को जीतने में मदद करने के लिए वोटर मतदान नहीं करते हैं तो ‘यह आखिरी चुनाव होगा.’

मस्क ने कहा, “स्वतंत्र अभिव्यक्ति लोकतंत्र की नींव है. लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि आपके पास स्वतंत्र अभिव्यक्ति हो.” बता दें ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट पर बैन लगा दिया था जिसका मस्क ने विरोध किया था बाद उन्होंने ट्विटर को खरीद लिया और इसे ‘एक्स’ नाम दिया.

इस हमले में ट्रंप के कान पर चोट लगी थी. वहीं संभावित हत्यारे, पेंसिल्वेनिया के बेथेल पार्क के 20 वर्षीय थॉमस क्रूक्स की एक सीक्रेट सर्विस स्नाइपर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

बटलर की गोलीबारी की घटना के कारण सीक्रेट सर्विस की व्यापक आलोचना हुई और इसके निदेशक को इस्तीफा देना पड़ा. आलोचकों ने इस बात पर चिंता जताई कि जहां से ट्रंप सीधे भाषण दे रहे थे वहीं पास की छत पर क्रूक्स कैसे पहुंच गया.

इस घटना के दो महीने बाद 15 सितंबर को फ्लोरिडा में ट्रंप पर एक बार फिर हमला हुआ. वेस्ट पाम बीच में ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में यह घटना हुई. पूर्व राष्ट्रपति पर हमले के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया. यह तब हुआ जब सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने झाड़ियों में एक राइफल की नली देखी. हालांकि ट्रंप को इस दौरान कोई नुकसान नहीं पहुंचा.

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