कांग्रेस के नेताओं का चेहरा देखकर ‘खर्ची-पर्ची’ की याद आती है: तरुण चुघ

नई दिल्ली, 5 अक्टूबर . हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए सभी पोलिंग बूथ पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराया जा रहा है. इस बीच राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. कांग्रेस की बड़ी नेता कुमारी शैलजा ने वोट अपील करते हुए भाजपा पर हमला बोला तो उनको तुरंत भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने जवाब भी दे दिया.

कुमारी शैलजा ने कहा कि भाजपा के पास न तो नीति है न ही नेता है.

कांग्रेस नेता के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा, सच्चाई यह है कि कांग्रेस पार्टी के पास केवल दागदार नेता ही बचे हैं, और लोग अब उनका चेहरा नहीं देखना चाहते. क्योंकि, इनके चेहरे देखकर हरियाणा के लोगों को खर्ची-पर्ची की याद आती है. किसानों की जमीन लूटने की घटना याद आती है. दलितों को जिंदा जलाने की घटना याद आती है. उन्होंने कहा, हरियाणा की जनता कांग्रेस नेतृत्व को करारा जवाब देने वाली है.

वहीं, जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भी चुघ ने राय रखी. उन्होंने उमर अब्दुल्ला को कन्फ्यूज्ड बताया.

दरअसल, उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट में दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा ने हार स्वीकार कर ली है. उन्होंने लिखा था, ‘बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह से हार स्वीकार कर ली है. वरना मुख्य सचिव को सरकार के कार्य संचालन नियमों में परिवर्तन करने का कार्य क्यों सौंपा गया? इसलिए कि मुख्यमंत्री/निर्वाचित सरकार की शक्तियों में कटौती की जा सके और उसे एलजी को सौंपा जा सके? यह जानकारी मुझे सचिवालय से मिली है. अधिकारियों को नसीहत दी जाती है कि वे आने वाली निर्वाचित सरकार को और अधिक कमजोर करने के किसी भी दबाव का विरोध करें.’

इस पर चुघ ने कहा, मिस्टर कन्फ्यूज्ड यानि कि उमर अब्दुल्ला हमेशा भ्रम की स्थिति में रहते हैं और इसे फैलाते रहते हैं. अगर आप उनके लगातार ट्वीट और भाषणों को देखें तो वह जनता के सामने भ्रामक तथ्य पेश करते हैं.

उन्होंने आगे कहा, 2019 के पुनर्गठित अधिनियम में एक भी शब्द नहीं बदला गया है. अब जब आप जीत नहीं रहे हैं तो अपनी करारी हार को छिपाने के लिए नए नए रास्ते ढूंढ रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में भाई-भतीजावाद, वंशवाद, भ्रष्टाचार और आतंकवाद अब नहीं चलेगा. जो इसको हवा दे रहे हैं, जनता उनका सूपड़ा साफ कर देगी.

उमर अब्दुल्ला

डीकेएम/केआर